ED Raid: कौन हैं विनय शंकर तिवारी, जिसके घर पर पड़ी ईडी की रेड, कभी मायावती के थे करीबी
ईडी ने एक ऐसा एक्शन सोमवार की सुबह लिया, जिससे हड़कंप मच गया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

गोरखपुर: सोमवार को ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी एक समय में उत्तर प्रदेश सरकार में नेता थे। उनको बाहुबली विधायक के नाम से भी जाना जाता है। मनी लॉड्रिंग के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। कभी विनय शंकर तिवारी मायावती के काफी करीबी थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनमुसार, विनय शंकर तिवारी का कार्यालय गोरखपुर, लखनऊ और मुंबई में है। यह एक्शन विनय शंकर तिवारी से जुड़ी गंगोत्री एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड और उससे संबंधित कंपनी के खिलाफ लिया गया है। बताया जा रहा है कि बैंक ऑफ़ इंडिया समेत काफी बैंकों ने गंगोत्री इंटरप्राइजेज के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायत में बैंक लोन को गलत तरीके से दूसरी जगह इस्तेमाल करना है।
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कौन हैं विनय शंकर तिवारी
पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनका नाम गंगोत्री इंटरप्राइजेज नामक कंपनी से जुड़ा है, जो वित्तीय अनियमितताओं को लेकर जांच एजेंसियों के निशाने पर है। साल 2023 में बैंक ऑफ इंडिया ने गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया था कि गंगोत्री इंटरप्राइजेज ने 200 करोड़ रुपये से अधिक की लोन राशि हड़प ली।
काफी समय से निशाने पर थे विनय शंकर तिवारी
इस वित्तीय घोटाले के सामने आने के बाद से कंपनी पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच लगातार जारी है। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस घोटाले की जड़ें काफी गहरी हैं और इसमें कई स्तरों पर लेन-देन हुए हैं, जिन्हें ट्रैक किया जा रहा है। गंगोत्री ग्रुप का नाम इससे पहले भी विभिन्न विवादों और आर्थिक गड़बड़ियों में सामने आ चुका है, लेकिन 200 करोड़ का यह मामला अब तक का सबसे बड़ा और संवेदनशील माना जा रहा है।