छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा में दूरदर्शन की टीम पर नक्सली हमला, कैमरामैन सहित 3 की मौत

डीएन ब्यूरो

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मंगलवार को नक्सलियों ने अरनपुर इलाके के निलावाया के जगलों में सर्च ऑपरेशन के लिये सुरक्षा बलों और इसकी कवरेज के लिये गई दूरदर्शन की टीम हमला किया है। हमले में दो जवानों व दूरदर्शन के एक कैमरामैन की मौत हो गई है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़ें पूरी खबर

नक्सली हमले में 2 जवान और 1 कैमरामैन की मौत
नक्सली हमले में 2 जवान और 1 कैमरामैन की मौत


दंतेवाड़ा: विधानसभा चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों द्वारा पुलिस और दूरदर्शन टीम पर हमला किये जाने का मामला सामने आया है। नक्सलियों ने यह हमला मंगलवार को तब किया जब अरनपुर इलाके के निलावाया में जिला पुलिस की टीम सर्च अभियान के लिये निकली थी, जिसमें पुलिस टीम के साथ दूरदर्शन की टीम भी मौजूद थी। तभी यहां पहले से ही घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने टीम पर हमला कर दिया। जिसमें दूरदर्शन के कैमरामैन समेत 2 सुरक्षाबलों की जान चली गई है।    

यह भी पढ़ेंः दूरदर्शन के कैमरामैन की मौत से उठे सवाल, दो महीने में तीन बड़े हादसे, जिम्मेदार मौन

 

 

 

कैमरा मैन अच्युतानंद साहू (फाइल फोटो)

 

हमले की सूचना के बाद दंतेवाड़ा के एसपी घटनास्थल के लिये रवाना हो गये हैं। हमले की दंतेवाड़ा के एडिशनल एसपी गोरखनाथ बघेल ने पुष्टि की है। एडिशनल एसपी का कहना है कि कैमरामैन काफी घायल अवस्था में था। उसे प्राथमिक चिकित्सा के लिये जवान ले जा रहे थे कि उसने रास्ते पर ही दम तोड़ दिया। बघेल के मुताबिक घटनास्थल के लिये हेलीकॉप्टर और सुरक्षा बलों की और कंपनियों को रवाना कर दिया गया है। अरनपुर में नक्सलियों के इस हमले में स्थानीय लोगों के जख्मी होने की भी खबर आ रही है। 

 

 

 

 

यहां नक्सलियों द्वारा किया गया यह कोई पहला हमला नहीं है इससे पहले शनिवार को नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट किया था जिसमें चार जवान शहीद हो गये थे। वहीं रविवार को भी नक्सली सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिये सीरिलय ब्लास्ट की फिराक में थे। नक्सलियों ने इसके लिये यहां पांच-पांच किलोग्राम के पांच बम लगा रखे थे। जवानों की सतकर्ता की वजह से यह धमाका तब होते-होते रह गया जब जवानों ने मौके से ही 4 जिंदा बमों को बरामद कर इन्हें नष्ट कर दिया। 

यह भी पढ़ें | छत्तीसगढ़ में ब़ड़ा नक्सली हमला, दंतेवाड़ा में IED बलास्ट में 11 DRG जवान शहीद, पुलिस मुठभेड़ जारी

 

 

वहीं आज यह हमला उस वक्त हुआ जब दिल्ली से दूरदर्शन की एक टीम अरनपुर थाना क्षेत्र के नीलावाया के जंगलों के भीतर सुरक्षा बलों के साथ उनकी गतिविधियों को कवरेज करने के लिये पहुंची थी। बता दें कि नक्सली इस क्षेत्र में विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की अपील कर रहे हैं। इसलिए नक्सली पत्रकारों समेत राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को अपना निशाना बना रहे हैं। घात लगाकर हमला करन वाले नक्सलियों के इस हमले में दूरदर्शन के कैमरामैन अच्युतानंद साहू की मौत हो गई है, जबकि सुरक्षा बलों की मुस्तैदी से सहयोगी जवान और दूरदर्शन टीम के रिपोर्टर सुरक्षित हैं।   

 

 

 

नक्सलियों के इस हमले की पुष्टि करते हुये दंतेवाड़ा रेंज के डीआईजी पी.सुदराज ने बताया कि अरनपुर में सुरक्षा बल की पेट्रोलिंग के दौरान यह नक्सली हमला हुआ है। इसमें सेना के दो जवान शहीद हो गये हैं। वहीं सुरक्षा बल के साथ कवरेज पर गई दूरदर्शन टीम के एक कैमरामैन की भी हमले में मौत हो गई है। हमले में दो स्थानीय लोग भी गंभीर रूप से घायल हुये हैं। घायलों को इलाज के लिये तुरंत नजदीकी अस्पताल में भेज दिया गया है।  

 

 

 

यह भी पढ़ें | दंतेवाड़ा हमले पर नक्सलियों ने लिखा पत्र..कहा-पत्रकार हमारे दुश्मन नहीं दोस्त

 इससे पहले रविवार को बीएसएफ और पुलिस की संयुक्त टीम रूटीन पेट्रोलिंग के लिये दुर्गूकोंदल पखांजूर मार्ग पर गश्त के लिये निकली थी। इसी क्षेत्र से बीती रात को भी जवान गश्त कर आठ बजे वापस लौटे थे। इसके बावजूद सुरक्षाबलों से आंख बचाकर नक्सलियों ने यहं बम प्लांट कर दिया था लेकिन सुरक्षा बलों की मुस्तैदी से यहं बड़ा हमला होने से बच गया है। 

  

 

सूचना एवं प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने भी नक्सलियों के इस हमले भर्त्सना की है। रौठार ने संवेदना  जताते हुए कहा कि हम कैमरामैन के परिजनों के साथ खड़े हैं और उनके परिवार का पूरा ख्याल रखेंगे। हम उन सभी मीडियाकर्मियों को सलाम करते हैं जो ऐसी खतरनाक परिस्थिति में भी वहां कवरेज के लिये गये। उनकी बहादुरी को हमारा सलाम है। प्रसार भारती ने भी इस हमले की निंदा की है और मृतकों के प्रति संवेदना जाहिर की है।      

 

 

जिस तरह से नक्सलियों ने यहां सुरक्षाबलों और मीडियाकर्मियों को निशाना बनाया, इससे एक बात साफ है कि नक्सली छत्तीसगढ़ में विधान सभा चुनाव को लेकर लोगों में खौफ पैदा कर रहे हैं ताकि जिन जगहों पर मतदान होना है वहां पर हमले के डर से लोग मतदान करने न जाये। अब राज्य सरकार, पुलिस-प्रशासन और मतदान वाली जगहों पर तैनात सुरक्षाबलों के लिये यह एक चुनौती साबित हो सकते हैं। 

 










संबंधित समाचार