दिल्ली: कैशबैक दिलाने के नाम पर पुलिसकर्मी अधिकारी से दो लाख रुपये की ठगी, चार लोग गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी से कथित तौर पर ‘कैशबैक’ देने का लालच देकर दो लाख रुपये की ठगी करने के एक मामले में दंपति सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

गिरफ्तार (फाइल)
गिरफ्तार (फाइल)


नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी से कथित तौर पर ‘कैशबैक’ देने का लालच देकर दो लाख रुपये की ठगी करने के एक मामले में दंपति सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों की पहचान कुर्बान अली (29), उसकी पत्नी सना परवीन (27), सौविक पांजा (27) और अजय जना (27) के रूप में हुई है।

पुलिस ने बताया कि पूर्वी जिले में तैनात सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) विनोद त्यागी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें ठग ने उन्हें ‘फोनपे’ पर लेनदेन करने पर ‘कैशबैक’ जीतने के बारे में बताया।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ठग ने उन्हें कैशबैक प्राप्त करने के लिए एक एप्लिकेशन डाउनलोड करने को कहा। एएसआई ने एप्लिकेशन डाउनलोड किया, जिसके जरिये ठगों ने उसके मोबाइल तक अपनी पहुंच बनाई।

उन्होंने बताया कि इसके बाद, ठग ने अपने बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड से कई लेनदेन के माध्यम से 2,12,000 रुपये स्थानांतरित कर दिए।

पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अमृता गुगुलोथ ने बताया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि ठगी गई राशि को एक डिजिटल वॉलेट में स्थानांतरित किया गया था, जो उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और देश के अन्य हिस्सों में चार से पांच अलग-अलग बैंक खातों से जुड़ा हुआ था।

अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता के खाते से कथित बैंक खातों में धोखाधड़ी की राशि स्थानांतरित करने के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई थी।

गुगुलोथ ने बताया, “यह राशि पश्चिम बंगाल में स्थित इंडेन गैस एजेंसी के एक खाते के डिजिटल वॉलेट में स्थानांतरित की गई थी। बैंक खातों के लिंक और विवरण प्राप्त करने के बाद हमारी टीम ने उत्तर प्रदेश के सीतापुर और पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर छापे मारे।”

उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान आरोपियों में से दो को सीतापुर से और शेष आरोपियों को पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर से गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से ठगी की पूरी रकम बरामद कर ली गई।

उन्होंने बताया कि आरोपी अली और परवीन के कब्जे से चेकबुक, एटीएम कार्ड और पासबुक बरामद किए गए।

पुलिस ने बताया कि नर्सिंग में स्नातक करने वाला अली एक मेडिकल स्टोर चलाता था जबकि पांजा एक गैस एजेंसी में प्रबंधक के रूप में काम करता था।

 










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