मेरठ नगर निगम बोर्ड की बैठक में पार्षदों की पिटाई, पक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे पर लगाया प्रत्यारोप

डीएन ब्यूरो

मेरठ नगर निगम बोर्ड की बैठक में कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी पार्षदों के बीच हंगामे के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के पार्षदों की पिटाई का मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

निगम बोर्ड की बैठक में पार्षदों की पिटाई
निगम बोर्ड की बैठक में पार्षदों की पिटाई


मेरठ: नगर निगम बोर्ड की बैठक में कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी पार्षदों के बीच हंगामे के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के पार्षदों की पिटाई का मामला सामने आया है।

इस मामले को लेकर भाजपा और विपक्ष के नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप लगाया है। हालांकि, अभी तक पुलिस ने किसी भी पक्ष की तहरीर पर मामला दर्ज नहीं किया है।

यहां नगर निगम बोर्ड की शनिवार को हुई बैठक में हंगामा हुआ। विपक्षी पार्षदों ने घटना को अनुसूचित जाति के अपमान से जोड़ते हुए मामले में संलिप्त सत्ता पक्ष के नेताओं के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की। विपक्षी नेताओं ने कहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव में अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग इस पिटाई का जवाब देगा। वहीं भाजपा ने इसे विपक्ष की सुनियोजित साजिश करार दिया है।

मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रोहित सिंह सजवाण ने रविवार को बताया कि ‘‘दोनों पक्षों की तहरीर मिल गई है। नगर निगम सदन के भीतर की सीसीटीवी फुटेज मंगाई गई है और जांच के बाद कार्रवाई होगी।’’

मामले में बसपा-सपा के पार्षदों की पिटाई के मामले में प्रदेश के ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर और विधान पार्षद (एमएलसी) धर्मेंद्र भारद्वाज का नाम आने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा है।

इस बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने हंगामा, मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा करते हुए शनिवार को लिखा, ‘‘मेरठ में नगर निगम बोर्ड की बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के मंत्री और एमएलसी ने पुलिस की मौजूदगी में विपक्ष के दलित पार्षदों पर घातक प्रहार किये। भाजपाई सत्ता के अहंकार में डूबकर दलितों से जो अपमानजनक व्यवहार कर रहे हैं उसका जवाब उनको आगामी चुनाव में मिलने वाला है। भाजपा आगामी हार की हताशा में हिंसक हो गयी है।’’

वहीं शनिवार की रात को ही मेरठ पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने घटना को दलितों के अपमान से जोड़ते हुए कहा कि ‘‘कांग्रेस दलितों का अपमान सहन नहीं करेगी। दलितों के सम्मान की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेगी।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘प्रदेश के मंत्री और एमएलसी सड़क पर लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीट रहे हैं। ऐसे लोगों की सदस्यता समाप्त होनी चाहिए।’’

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जाहिदपुर और घोपला निवासी उन दोनों पार्षदों के घर पर भी गये, जिनकी कथित पिटाई किये जाने के आरोप सत्ता पक्ष पर लगे हैं। उन्होंने दोनों पार्षदों को भरोसा दिया कि इस मामले में कांग्रेस पार्टी न्याय के लिए उनके साथ है।

गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ नगर निगम बोर्ड बैठक में गृहकर की किसी बात को लेकर हुए हंगामे के दौरान पार्षदों के बीच आपस में कथित गाली-गलौज और मारपीट हुई थी।

आरोप है कि इस दौरान भाजपा के विधान परिषद सदस्य ( एमएलसी) धर्मेंद्र भारद्वाज के साथ विपक्षी दलों के पार्षदों ने धक्का-मुक्की की और मारपीट की, जिसके बाद भाजपा के पार्षद भड़क गए और फिर उन्होंने वार्ड संख्या 36 से बसपा पार्षद आशीष चौधरी और वार्ड संख्या 31 से सपा पार्षद कुलदीप उर्फ कीर्ति घोपला की कथित पिटाई कर दी।

दूसरी तरफ नगर निगम की बैठक में हुए हंगामे को लेकर भाजपा के पदाधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि यह सुनियोजित षडयंत्र के तहत किया गया। उनके मुताबिक महिला पार्षदों के साथ बदसलूकी हुई और गालियां दी गईं जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता था। भाजपा नेताओं का आरोप है कि मंत्री और एमएलसी पर जानबूझकर निशाना साधा जा रहा है।

भाजपा के महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज ने आरोप लगाया, ‘‘ महिला पार्षदों को जातिसूचक शब्द बोले गए। अश्लील हरकतें की गईं। विपक्ष हताश है, इसलिए वे माहौल खराब करना चाहते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मंत्री सोमेंद्र तोमर तो बाद में पहुंचे हैं, एमएलसी और मंत्री पर ही आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं। किसी पार्षद का नाम नहीं लिया गया। ये सब सोची समझी रणनीति के तहत किया गया है।’’

घटना में अपना नाम आने को लेकर सष्टीकरण देते हुए प्रदेश के ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने कहा कि ‘‘मैं तो घटना के बाद मौके पर पहुंचा था। मैने तो बीच-बचाव भी किया। ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं की जा सकती हैं।’’

एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज ने कहा कि ‘‘मैं बैठक में आधा घंटा देरी से पहुंचा था, मैं कुर्सी पर बैठा था, तभी पीछे से गाली की आवाज आई। हमारी चार महिला पार्षद खड़ी थीं, मैने महिलाओं के सम्मान में बोला, जिसके बाद मेरे साथ भी धक्का-मुक्की की गई। जिसके बाद हंगामा हो गया।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘ये सब इन लोगों ने सुनियोजित साजिश के अंतर्गत किया है। हम लोग मातृ शक्ति का अपमान सहन नहीं कर सकते हैं।’’

नगर आयुक्त डॉ. अमित पाल शर्मा ने घटना के संबंध में इतना ही कहा कि ‘‘सदन की कार्यवाही पूरी हो चुकी थी। किसने और क्यों हाथापाई की है, इसकी जांच पुलिस कर रही है। सदन में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। सच सामने आ जाएगा।’’

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस घटना के संबंध में विपक्षी पार्षदों कुलदीप और आशीष ने भाजपा एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर और अन्य पर मारपीट और जातिसूचक शब्द कहने के आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। भाजपा के भी अनुसूचित जाति के पार्षद पवन चौधरी की तरफ से विपक्ष पार्षदों के खिलाफ तहरीर दी गई है।










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