दिल्ली में पत्रकारों ने निकाला कैंडल मार्च, दूरदर्शन के शहीद कैमरामैन को किया याद
दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में शहीद हुए दूरदर्शन के कैमरामैन अच्युतानंद साहू की आत्मा की शांति के लिये वीरवार को देशभर से आये पत्रकारों ने दिल्ली के प्रेस क्लब में शोक सभा का आयोजन किया। पत्रकारों ने प्रेस क्लब से लेकर इंडिया गेट तक कैंडल मार्च निकालकर पत्रकारों पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट..
नई दिल्लीः दंतेवाड़ा में मंगलवार को चुनाव की कवरेज के लिये गई दूरदर्शन की टीम पर हुए नक्सली हमले में शहीद हुये दूरदर्शन के कैमरामैन अच्युतानंद साहू की याद में वीरवार को दिल्ली के प्रेस क्लब में पत्रकारों ने शोक सभा का आयोजन किया। पत्रकारों ने प्रेस क्लब से लेकर इंडिया गेट तक कैंडल मार्च निकालकर शहीद अच्युतानंद को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद इंडिया गेट पर शहीद अच्युतानंद साहू की आत्मा की शांति के लिये दो मिनट का मौन रखा।
कैंडल मार्च के दौरान पत्रकारों ने अपने हाथों में स्लोगन भी लिये थे। इसमें लिखा हुआ था # Naxal Terror मीडिया को डराना बंद करो। स्लोगन के जरिये पत्रकारों ने मीडिया पर लगातार हो रहे नक्सली हमले की कड़ी निंदा की है। पत्रकारों का कहना है कि अपनी जान की बाजी लगाकर पत्रकार अपने मिशन में जुटे हुए हैं ताकि लोगों को NEWS सही वक्त और नये तथ्यों के साथ निष्पक्ष तरीके से मिल सके। इसके बावजूद मीडिया की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।
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कभी पत्रकारों से बदसलूकी तो कभी मारपीट ये सब तो आम हो चला है दुख की बात तो यह है कि अब पत्रकारों पर जानलेवा हमले से भी आसामाजिक तत्व चूक नहीं रहे हैं। दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने जिस तरह से दूरदर्शन के जुझारू पत्रकार अच्युतानंद साहू की जान ले ली यह पत्रकारिता की आवाज को कुचलने की बेहद ही निंदनीय घटना है।
यहां जिस तरह से सुरक्षा बलों की मौजूदगी के बावजूद ऐसी घटना घटी उससे पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल खड़े होते हैं। जिसका फिलहाल सरकार के पास कोई जवाब नहीं है। रही बात मीडिया संस्थानों की तो चाहे प्रिंट और या फिर इलेक्ट्रानिक मीडिया पत्रकारों की हालत क्या हो रही है यह अब किसी से छुपा नहीं है।
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गौरतलब है कि दंतेवाड़ा में कैमरामैन अच्युतानंद साहू को मौत की नींद सुलाने वाले नक्सलियों को लेकर देशभर के पत्रकारों में रोष व्याप्त हुआ पड़ा है। सभी ने शहीद पत्रकार अच्युतानंद साहू के साहस को सलाम किया है और इस हमले को मानवता को तार-तार करने वाला और पत्रकारिता की आवाज को दबाने वाला करार दिया है। पत्रकारों की मांग है कि उनके साथ होने वाले ऐसे कायराना हमलों में लिप्त संदिग्धों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये।