Char Dham Yatra 2025: इस तारीख से शुरू होगी चारधाम यात्रा, ऐसे कराएं ऑनलाइन पूजा और पाएं घर बैठे प्रसाद

चारधाम यात्रा 2025 अक्षय तृतीया से शुरू होकर श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव का अवसर प्रदान करेगी। चारधाम यात्रा से जुड़ी जानकारी के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 15 April 2025, 11:11 AM IST
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नई दिल्ली: हर इंसान अपने जीवन में एक बार चारधाम यात्रा करना चाहता है, ऐसे लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। चारधाम यात्रा 2025 इस वर्ष 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर शुरू होगी। इसी दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट  10:30 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके बाद केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई, शुक्रवार को सुबह 7 बजे खोले जाएंगे। बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई, रविवार को भक्तों के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। 

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, यह निर्णय महाशिवरात्रि के दिन धार्मिक विद्वानों द्वारा लिया गया था।

हर साल लाखों श्रद्धालु करते हैं यात्रा

हर वर्ष लाखों श्रद्धालु इन चार पवित्र धामों की यात्रा करते हैं। इस यात्रा में भक्त मां गंगा, मां यमुना, भगवान केदारनाथ और भगवान बद्रीनाथ के दर्शन कर पुण्य अर्जित करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इन चारों धामों की यात्रा जीवन में मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करती है। यह यात्रा हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा मानी जाती है।

कहां से शुरू होती है यात्रा

चारधाम यात्रा आमतौर पर हरिद्वार या देहरादून से शुरू होती है। यात्री सड़क मार्ग या हेलीकॉप्टर दोनों माध्यमों से यात्रा कर सकते हैं। सड़क मार्ग के लिए दिल्ली, हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून से बसें और टैक्सियां उपलब्ध रहती हैं। हरिद्वार रेलवे स्टेशन इन तीर्थस्थलों से निकटतम रेलवे स्टेशन है। दूसरी तरफ, हेलीकॉप्टर सेवा देहरादून से शुरू होती है, जो यात्रियों को चारों धामों के निकटवर्ती हेलीपैड तक पहुंचाती है।

पहले से बनाएं योजना

इसके अलावा, देहरादून से खरसाली (यमुनोत्री के पास), हर्सिल (गंगोत्री के पास) और केदारनाथ व बद्रीनाथ के नजदीक हेलीपैड्स तक हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं। यह सेवा विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों और कम समय में यात्रा करने वालों के लिए सुविधाजनक विकल्प है। यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना पहले से बना लेनी चाहिए क्योंकि चारधाम यात्रा के दौरान भारी भीड़ होती है।

अब घर बैठे करवा सकेंगे पूजा

श्रद्धालु अब घर बैठे भी पूजा करवा सकते हैं। बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के लिए ऑनलाइन पूजा रजिस्ट्रेशन 10 अप्रैल से शुरू हो गया है। इच्छुक श्रद्धालु https://badrinath-kedarnath.gov.in वेबसाइट पर जाकर पूजा बुकिंग कर सकते हैं। पूजा श्रद्धालुओं के नाम से करवाई जाएगी और प्रसाद उनके घर के पते पर भेजा जाएगा। इससे उन लोगों को भी लाभ मिलेगा जो किसी कारणवश यात्रा पर नहीं जा सकते।

चारधाम में कौन-कौन से प्रमुख तीर्थ स्थल शामिल

चारधाम यात्रा में चार प्रमुख तीर्थ शामिल हैं-यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ। यमुनोत्री देवी यमुना को समर्पित है और जानकी चट्टी से 6 किमी की पैदल यात्रा पर स्थित है। गंगोत्री गंगा नदी की उत्पत्ति स्थल है और 3,048 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। केदारनाथ भगवान शिव का धाम है और यह भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। बद्रीनाथ भगवान विष्णु को समर्पित है और इसकी मूर्ति वैदिक युग की मानी जाती है। इन तीर्थस्थलों का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत गहरा है।

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