

दो और छूटे फर्जी बर्खास्त शिक्षकों पर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर
महराजगंज: दो सालों से रुके फर्जी बर्खास्त शिक्षकों पर इन दिनों धड़ल्ले से मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। विभाग तब सरपट दौड़ा है, जब पूरा अपना किरकिरी करा लिया है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार अभी तक सिसवा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मटियरिया के शिक्षक जयप्रकाश पांडेय और प्राथमिक विद्यालय पिपरिया कला के शिक्षक उस्मान गनी पर अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था। उनका नाम उन दस लोगों की लिस्ट में नहीं था, जिनके ऊपर कुछ दिनों पहले मुकदमा दर्ज किया गया है।
मंगलवार को खंड शिक्षा अधिकारी सिसवा बंसीधर सिंह की तहरीर पर जयप्रकाश पांडेय पुत्र रामनारायण पांडेय निवासी राप्ती नगर आरोग्यम मंदिर गोरखपुर और उस्मानी निवासी मराड़ विंदवलय जनपद कुशीनगर के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 569/24 और दूसरा 571/24 के तहत धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
कोठीभार थाने में मुकदमा कराना चाहते थे बीइओ
दो छोटे बर्खास्त फर्जी शिक्षकों पर बीइओ ने पहले कोठीभार थाने में मुकदमा दर्ज कराना चाह रहे थे जब वहां असफल रहे तब कल सदर कोतवाली में तहरीर डाल दिए। बीइओ के तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
कौन है वह पलट सहायक जिनके दस्खत से फर्जी शिक्षकों की हुई नियुक्ति
वर्ष 2016 में लगभग दर्जन भर से ज्यादा कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर जनपद में कई शिक्षकों की नियुक्ति तो हो गई। लेकिन यह शायद किसी को नहीं पता था कि यही लोग शिक्षा विभाग की इतनी किरकिरी तो कराएंगे ही साथ ही साथ इनको बर्खास्तगी के साथ मुकदमे भी झेलने पड़ेंगे।
बड़ा सवाल यह है कि उस समय कौन-कौन पटल सहायक था, जिनके दस्तखत से शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया। क्या इनके ऊपर भी कार्रवाई होगी या सिर्फ शिक्षकों पर ही कार्रवाई कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।