

रतन टाटा का बुधवार देर रात निधन हो गया है। टाटा ट्रस्ट और टाटा समूह की कंपनियों ने देश की हमेशा जरूरत के वक्त मदद की। जानें उनके द्वारा किए जाने वाले 5 बड़े काम। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
मुंबई: दिग्गज उद्योगपति और टाटा संस के मानद प्रमुख रतन टाटा (Ratan Tata) ने बुधवार देर रात दुनिया को अलविदा कह दिया। 86 वर्ष की उम्र में उन्होंने (Death) मुंबई (Mumbai) के ब्रीच केंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) में अंतिम सांस ली।
रतन टाटा एक बड़े उद्योगपति होने के साथ-साथ समाजसेवी और परोपकारी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। उन्होंने अपने जीवन में कई ऐसे ऐतिहासिक काम किए, जिसकी वजह से दुनिया उन्हें हमेशा याद रखेगी। उनके द्वारा किए गए 5 बड़े कार्य, जो रतन टाटा को बनाते हैं महान।
कोरोना काल में मदद
कोरोना महामारी के समय जब हमारा देश संकटों से जूझ रहा था। उस समय टाटा समूह मदद के लिए आगे आया और 1500 करोड़ रुपये का डोनेशन दिया।
नैनो कॉर की लॉन्च
देश में हर आदमी के पास कार हो, इसी विजन को लेकर टाटा मोटर्स की तरफ से साल 2008 में नैनो कॉर लॉन्च की गई थी। जिसकी कीमत करीब 1 लाख रखी गई।
कुत्तों का बनवाया अस्पताल
रतन टाटा को कुत्तों से बेहद लगाव था। यही वजह है कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही कुत्तों के लिए एक हास्पिटॉल खोला। नवी मुम्बई में मौजूद यह अस्पताल 5 मंजिला है, जिसमें 200 पालतू जानवरों का एक साथ इलाज किया जा सकता है।
TCS जैसी बड़ी आइटी कंपनी की खड़ी
टाटा ने TCS जैसी बड़ी आइटी कंपनी खड़ी की, जिसने बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार देने का काम किया। इसके साथ ही तकनीक के क्षेत्र में भारत को आगे बढ़ाने का काम किया।
जरूरतमंद छात्रों को स्कॉलरशिप
टाटा ग्रुप आर्थिक तंगी से जूझने वाले छात्रों की मदद करने से लेकर उन्हें आगे बढ़ाने के लिए भी हमेशा आगे रहा। ट्रस्ट ऐसे जरूरतमंद छात्रों को स्कॉलरशिप देता है। टाटा शिक्षा एवं विकास ट्रस्ट ने 28 मिलियन डॉलर का टाटा छात्रवृत्ति कोष प्रदान किया था, जिससे कॉर्नेल विश्वविद्यालय भारत के स्नातक छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान कर सके।
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