

इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में मोहम्मद सिराज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सबसे ज्यादा 23 विकेट चटकाए और प्लेयर ऑफ द सीरीज बने। हैदराबाद में सैयद किरमानी की आत्मकथा के कार्यक्रम में सिराज ने उन्हें सम्मानित करते हुए कहा कि उनकी कहानी प्रेरणादायक है। किरमानी ने भी सिराज की तारीफ करते हुए उनके जोश और जुनून की सराहना की। सिराज का यह प्रदर्शन उन्हें भारतीय गेंदबाज़ी आक्रमण का अगुवा बनाता है।
सिराज ने की किरमानी की तारीफ (Img: Social Media)
New Delhi: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में शानदार प्रदर्शन कर सबका दिल जीत लिया। सिराज ने इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेकर “प्लेयर ऑफ द सीरीज” का पुरस्कार अपने नाम किया। तेज पिचों और कठिन परिस्थितियों में भी सिराज ने गजब की गेंदबाजी की और भारत को अहम मौकों पर सफलता दिलाई। उनका प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि वो अब भारतीय टेस्ट गेंदबाजी आक्रमण की रीढ़ बनते जा रहे हैं। वहीं, अब सिराज ने पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी की जमकर तारीफ की है।
हैदराबाद में आयोजित एक खास कार्यक्रम में पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी की आत्मकथा "Stumped: Life Behind and Beyond the Twenty-Two Yards" का विमोचन हुआ। इस मौके पर मोहम्मद सिराज भी मौजूद थे। कार्यक्रम में सिराज ने किरमानी की जमकर तारीफ की।
सिराज ने कहा, “सर, जब आपने 1983 वर्ल्ड कप जीता, हम पैदा भी नहीं हुए थे। आपकी कहानी प्रेरणादायक है। कई खिलाड़ियों से सुना है कि विकेट के पीछे आपकी सतर्कता शानदार थी। टीम इंडिया के लिए किए गए आपके योगदान के लिए बहुत धन्यवाद।”
मंच से ही सैयद किरमानी ने भी मोहम्मद सिराज की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने सीरीज़ में कमाल का प्रदर्शन किया है। किरमानी बोले, “आपने जोश और जुनून से देश का नाम रोशन किया है। मैं दिल से आपकी सफलता की कामना करता हूं।” यह पल दर्शकों के लिए बेहद भावुक और गर्व से भरा रहा।
मोहम्मद सिराज ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में कुल 23 विकेट झटके। उन्होंने ओवल टेस्ट में पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 5 विकेट लिए। वहीं, आखिरी दिन जब भारत को जीत की जरूरत थी, तब सिराज ने 3 अहम विकेट लेकर मैच भारत की झोली में डाल दिया। इसके अलावा, दूसरे टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 6 विकेट लेकर इंग्लैंड की बल्लेबाजी की रीढ़ तोड़ दी।
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज लगातार बेहतरीन लय में नजर आ रहे हैं। जिस तरह से उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में दबाव में गेंदबाजी की, वह उनकी मानसिक मजबूती को दर्शाता है। भारतीय क्रिकेट को उनसे काफी उम्मीदें हैं और अगर वे इसी तरह प्रदर्शन करते रहे, तो आने वाले वर्षों में वह टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में गिने जाएंगे।