

मोहम्मद शमी ने ट्रोलिंग को लेकर कहा कि वह नकारात्मक टिप्पणियों पर ध्यान नहीं देते और अपने खेल पर फोकस रखते हैं। 2021 के टी20 विश्व कप में पाकिस्तान से हार के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा।
मोहम्मद शमी (Img: Internet)
New Delhi: भारत के दिग्गज तेज गेंदबाज खिलाड़ी मोहम्मद शमी ने मीडिया से बात करते हुए सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। शमी ने साफ कहा कि वह ट्रोल्स की बातों पर ध्यान नहीं देते और अपने काम पर फोकस रखते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि खेल के दौरान खिलाड़ियों को सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की टिप्पणियां मिलती रहती हैं, लेकिन उन्हें इससे दूर रहना चाहिए।
मोहम्मद शमी ने बातचीत में कहा, "मैं इस तरह की ट्रोलिंग पर ध्यान नहीं देता। मुझे एक काम दिया गया है। मैं कोई मशीन नहीं हूं। अगर मैं साल भर कड़ी मेहनत करूं, तो कभी असफल होऊंगा, कभी सफल। यह लोगों पर निर्भर करता है कि वे इसे कैसे लेते हैं।"
उन्होंने स्पष्ट किया कि क्रिकेट खिलाड़ी होते हुए, देश के लिए खेलने के दौरान, खिलाड़ी अपनी पूरी ऊर्जा मैदान पर लगाते हैं और बाकी चीजों को भूल जाते हैं। शमी ने बताया कि मैच जीतना और विकेट लेना उनकी पहली प्राथमिकता होती है, इसलिए वह मैच के दौरान सोशल मीडिया से दूर रहते हैं।
मोहम्मद शमी (Img: Internet)
शमी ने कहा कि सोशल मीडिया पर हमेशा दोनों तरह की टिप्पणियां मिलती हैं, सकारात्मक और नकारात्मक। खिलाड़ियों को ऐसी बातों से दूर रहना चाहिए और अपने प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहिए। शमी ने कहा- "जब आप खेल रहे होते हैं, तो आपको ऐसी चीजों से दूर रहने की जरूरत होती है।"
इंटरव्यू में शमी ने फैंस से अपील की कि वे अपनी आपत्तियां सम्मानपूर्वक उठाएं। उन्होंने कहा, "ट्रोलिंग करना आसान है, बस दो लाइन टाइप करनी होती हैं। एक सच्चा प्रशंसक ऐसा कभी नहीं करेगा। अगर आपको लगता है कि आप मुझसे बेहतर कर सकते हैं, तो कृपया आएं और कोशिश करें। यह हमेशा खुला है।"
मोहम्मद शमी टीम इंडिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक हैं। 2023 के वनडे विश्व कप में वे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। इसी तरह, इस साल की चैंपियंस ट्रॉफी में भी उन्होंने 9 विकेट लेकर भारत के शीर्ष गेंदबाजों में जगह बनाई। उनके नाम वनडे और टेस्ट दोनों में 200 से ज़्यादा विकेट हैं।
हालांकि, 2021 के टी20 विश्व कप में पाकिस्तान से हार के बाद शमी सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। कुछ ट्रोल्स ने उन पर ‘देशद्रोही’ जैसे अभद्र शब्द भी कहे। बावजूद इसके शमी ने हार नहीं मानी और अपने खेल में निरंतर सुधार किया।