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विश्व कप जीत के बाद हरमनप्रीत कौर के संन्यास को लेकर अटकलें तेज़ हैं। कप्तान के ताज़ा बयान ने फैंस को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या यह उनकी आखिरी ट्रॉफी थी या एक नई शुरुआत का संकेत? उनके बयान ने फैंस की दिल की धड़कनें बढ़ा दी है।
हरमनप्रीत कौर (Img: X)
Mumbai: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 2025 आईसीसी वनडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर इतिहास रच दिया। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया ने पहली बार विश्व चैंपियन बनकर देश का नाम रोशन किया। टूर्नामेंट की शुरुआत भले ही मुश्किल रही हो, लेकिन टीम ने हार नहीं मानी और लीग चरण की लगातार तीन हार के बाद ज़बरदस्त वापसी करते हुए ट्रॉफी अपने नाम की। जीत के बाद सबसे बड़ा सवाल यह था कि क्या कप्तान हरमनप्रीत कौर अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगी?
फाइनल मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरमनप्रीत कौर से जब संन्यास को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “हम इस विश्व कप को जीतने की बाधा को तोड़ना चाहते थे। यह पल हम सबके लिए बहुत खास है। लेकिन मैं कहना चाहती हूं, यह अंत नहीं, बस शुरुआत है। अब हमारे सामने कई बड़े मौके हैं, अगले साल टी20 विश्व कप और फिर चैंपियंस ट्रॉफी। हम लगातार सुधार करना चाहते हैं और अपने खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं।”
HARMANPREET KAUR PHOTOSHOOT WITH THE WORLD CUP TROPHY. pic.twitter.com/Vr30hZn9Ev
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) November 3, 2025
उनके इस बयान से साफ हो गया कि हरमन अभी संन्यास लेने के मूड में नहीं हैं। बल्कि वह आने वाले टूर्नामेंट्स के लिए और ज्यादा तैयार और प्रेरित हैं।
विश्व कप के दौरान ऐसी खबरें आ रही थीं कि हरमनप्रीत कौर शायद टूर्नामेंट के बाद अपने संन्यास की घोषणा कर देंगी। लेकिन जैसे ही भारत ने विश्व कप जीता, हरमन का बयान साफ संकेत दे गया कि वह टीम की दीर्घकालिक योजनाओं का हिस्सा बनी रहेंगी। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने न केवल विश्व कप जीता बल्कि पूरे टूर्नामेंट में लड़ने का जज़्बा भी दिखाया।
हरमनप्रीत कौर ने 2025 विश्व कप में नौ मैचों की आठ पारियों में 260 रन बनाए। उन्होंने दो शानदार अर्धशतक जड़े और 32.50 की औसत से रन बनाए। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी 89 रनों की कप्तानी पारी ने भारत को फाइनल तक पहुंचाया था। हालांकि, फाइनल में वह सिर्फ 20 रन बनाकर आउट हुईं, लेकिन उनकी कप्तानी और सामरिक निर्णयों ने टीम को जीत दिलाई।
नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए फाइनल में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298/7 का बड़ा स्कोर बनाया। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 246 रन पर सिमट गई।
ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने 58 रन बनाकर और पाँच विकेट लेकर फाइनल की हीरो बन गईं। इस जीत के साथ भारत ने 47 साल का इंतज़ार खत्म करते हुए पहली बार महिला वनडे विश्व कप जीता।
हरमन अब टी20 विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी पर नज़रें जमाए हुए हैं। उनका मानना है कि भारत को अब निरंतर सफलता की आदत डालनी होगी। ऐसे में अब ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि अब टीम इंडिया टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर पाएगी की नहीं।