

भारत 23 साल बाद एक बार फिर FIDE शतरंज विश्व कप की मेजबानी करेगा, जो 30 अक्टूबर से 27 नवंबर तक गोवा में आयोजित होगा। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में 206 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे और तीन कैंडिडेट्स टूर्नामेंट स्थानों के साथ 20 लाख डॉलर की इनामी राशि दांव पर होगी।
भारत में FIDE शतरंज विश्व कप का आयोजन (Img: Internet)
New Delhi: भारत 23 साल बाद एक बार फिर FIDE शतरंज विश्व कप की मेजबानी करने जा रहा है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 30 अक्टूबर से 27 नवंबर 2025 तक गोवा में आयोजित होगी। इस प्रतियोगिता में अगले वर्ष के कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए तीन स्थान और 2 मिलियन डॉलर की पुरस्कार राशि दांव पर होगी। 23 साल बाद भारत एक बार फिर इस विश्व कप की मेजबानी करने के लिए तैयार है। पिछली बार 2002 में हैदराबाद में विश्व कप की मेजबानी की थी, जब दिग्गज विश्वनाथन आनंद ने खिताब जीता था।
FIDE शतरंज विश्व कप नॉकआउट प्रारूप में खेला जाएगा जिसमें आठ राउंड होंगे। प्रत्येक राउंड में दो क्लासिकल गेम खेले जाएंगे। यदि मैच बराबरी पर समाप्त होता है, तो रैपिड और फिर ब्लिट्ज टाईब्रेक खेले जाएंगे। इस बार 206 खिलाड़ी भाग लेंगे, जिनमें से शीर्ष 50 रैंकिंग वाले खिलाड़ियों को पहले राउंड में बाई दी जाएगी और वे सीधे दूसरे राउंड से शुरुआत करेंगे।
🔥 The FIDE World Cup 2025 is coming to Goa! 🇮🇳
🗓️ From October 30 to November 27, 2025, the world’s top players will gather on India’s west coast for one of the most exciting chess events.
🎯 Every round is win-or-go-home, making the World Cup one of the most dramatic… pic.twitter.com/Kb4Pp5thln
— International Chess Federation (@FIDE_chess) August 26, 2025
टूर्नामेंट में मौजूदा विश्व चैंपियन डी गुकेश, पूर्व विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन, अमेरिका के फैबियानो कारूआना और भारत के आर प्रज्ञानानंद जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल होंगे। हालांकि गुकेश पहले ही विश्व चैंपियन बनने के बाद कैंडिडेट्स क्वालिफिकेशन रेस से बाहर हैं, इसलिए यह देखना रोचक होगा कि वह इस टूर्नामेंट में केवल पुरस्कार राशि और रेटिंग प्वाइंट्स के लिए खेलते हैं या नहीं। भारत से इस बार 21 खिलाड़ियों को प्रवेश सूची में शामिल किया गया है, जो देश की शतरंज में बढ़ती ताकत को दर्शाता है।
पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद को भी प्रवेश सूची में शामिल किया गया है। हालांकि, उन्होंने लंबे समय से क्लासिकल शतरंज नहीं खेला है, जिससे उनकी भागीदारी को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। फिर भी उनका नाम सूची में होना भारतीय प्रशंसकों के लिए उत्साह का विषय है।
FIDE अध्यक्ष अर्काडी ड्वोर्कोविच ने कहा कि भारत अब शतरंज खेलने वाले सबसे मजबूत और उत्साही देशों में से एक बन चुका है। उन्होंने कहा, “गोवा में यह टूर्नामेंट शतरंज का उत्सव होगा और दुनिया भर के खिलाड़ियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बनेगा।” टूर्नामेंट में 90 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है।
अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (AICF) के अध्यक्ष नितिन नारंग ने कहा कि यह विश्व कप न केवल भारत के करोड़ों शतरंज प्रेमियों को प्रेरणा देगा, बल्कि भारत को वैश्विक शतरंज मानचित्र पर अग्रणी स्थान दिलाने में मदद करेगा।