

संजू सैमसन ने केरल क्रिकेट लीग में धमाकेदार बल्लेबाजी की है, जिसमें उन्होंने 46 गेंदों में 89 रन बनाए और एक ओवर की एक गेंद पर 13 रन भी बनाए। हालांकि, एशिया कप में शुभमन गिल की उप-कप्तानी के चलते उनकी टीम में जगह पाना चुनौतीपूर्ण होगा।
संजू सैमसन (Img: X)
Thiruvananthapuram: हाल के दिनों में तीन टी20I शतकों के बावजूद, संजू सैमसन के लिए एशिया कप में भारत की प्लेइंग इलेवन में जगह पाना आसान नहीं होगा। इसका मुख्य कारण शुभमन गिल का टीम में उप-कप्तान के रूप में वापसी है। गिल के नेतृत्व समूह का हिस्सा होने के कारण, संभावना है कि वह सलामी बल्लेबाज के तौर पर टीम में शुरुआत करेंगे। इस स्थिति ने सैमसन पर दबाव बढ़ा दिया है।
हालांकि, एशिया कप से पहले संजू सैमसन केसीएल 2025 में लगातार अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं और वह बेहद तेज गति से रन बना रहे हैं। हाल ही में तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में त्रिशूर टाइटन्स के खिलाफ उन्होंने अपनी बेहतरीन फॉर्म जारी रखी। सैमसन ने ओपनिंग करते हुए 46 गेंदों में 4 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 89 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 193.48 रहा।
पारी के पांचवें ओवर में संजू ने जिस गेंद पर छक्का लगाया, वो नो-बॉल निकली। इसके बाद फ्री हिट पर भी सैमसन ने गेंद सीधे दर्शकों के बीच मार दी और सिर्फ एक गेंद पर 13 रन बटोरे।
संजू सैमसन ने अपनी पारी की शुरुआत धमाकेदार की और केवल 26 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। हालांकि, पारी के अंत तक उनका स्ट्राइक रेट थोड़ा गिर गया, लेकिन उनकी बल्लेबाजी ने टीम को 20 ओवरों में 188/7 का अच्छा स्कोर बनाने में मदद की। वह 18वें ओवर में आउट हुए, लेकिन उनकी पारी ने कोच्चि ब्लू टाइगर्स को मजबूती दी।
संजू सैमसन (Img. Internet)
केसीएल के पहले दो मैचों में सैमसन ने मध्यक्रम में बल्लेबाजी की, जिससे संकेत मिला कि एशिया कप में उनकी भूमिका बदल सकती है या फिर ये भी कहा जा सकता है कि उप-कप्तान शुभमन गिल के लिए परेशानी भी खड़ी हो सकती है। पहले मैच में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, जबकि दूसरे मैच में वह केवल 13 रन ही बना सके। इसके बाद सलामी बल्लेबाज के रूप में लौटकर उन्होंने 121 रन की तूफानी पारी खेली और अपनी टीम को जीत दिलाई।
टीम की घोषणा के समय चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने बताया कि सैमसन को प्लेइंग इलेवन में इसलिए मौका मिला क्योंकि शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल उस समय उपलब्ध नहीं थे। उन्होंने कहा कि अभिषेक भी उपलब्ध नहीं थे, और उनका प्रदर्शन भी अच्छा है।
संजू का टी20 करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन गौतम गंभीर के मुख्य कोच बनने के बाद उन्हें टीम में अच्छा मौका मिला है। उन्होंने पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ हैदराबाद में अपना पहला टी20I शतक लगाया, और दक्षिण अफ्रीका दौरे पर दो और शतक बनाए।
सैमसन की बल्लेबाजी की तेजी और आक्रामकता टीम के लिए अहम साबित हो रही है, लेकिन एशिया कप में उन्हें टीम में अपनी जगह बचाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
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