

भारतीय टेस्ट क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। संन्यास के बाद उनकी कमाई और संपत्ति को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है। वह बीसीसीआई के ग्रेड-बी अनुबंध, ब्रांड एंडोर्समेंट्स और कमेंट्री के जरिए करोड़ों की कमाई करते रहे हैं।
चेतेश्वर पुजारा का नेट वर्थ (Img: Internet)
New Delhi: भारतीय टेस्ट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज और "दीवार" के नाम से मशहूर चेतेश्वर पुजारा ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करते हुए एक भावुक संदेश में भारतीय क्रिकेट का प्रतिनिधित्व करने को अपने जीवन का गौरव बताया। पुजारा का करियर एक ऐसे खिलाड़ी की कहानी है, जिसने धैर्य, तकनीक और समर्पण से खुद को क्रिकेट की ऊंचाइयों तक पहुंचाया। ऐसे में अब फैंस के मन में ये सवाल खड़ा हो रहा है कि अब उनकी कमाई कहां से होगी और उनकी नेट वर्थ कितनी है?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चेतेश्वर पुजारा के पास कुल संपत्ति लगभग ₹24 करोड़ है। वह बीसीसीआई के बी ग्रेड अनुबंध में शामिल थे, जिससे उन्हें ₹3 करोड़ सालाना मिलते थे। हालांकि, उनकी ब्रांड वैल्यू काफी शानदार है।
वहीं, पुजारा की मासिक आय लगभग ₹15 लाख आंकी गई है। पुजारा ने ब्रांड एंडोर्समेंट, काउंटी क्रिकेट और अब कमेंट्री के जरिए भी अच्छी खासी कमाई की है। ऐसे में माना जा रहा है कि वह कमेंट्री को आगे भी जारी रखेंगे।
चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले और 43.6 की औसत से 7,195 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 19 शतक और 35 अर्धशतक जड़े। वह लंबे समय तक भारतीय टेस्ट टीम की रीढ़ बने रहे और मुश्किल परिस्थितियों में टीम को मजबूती देने का काम किया। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 206 रन रहा। सीमित ओवर क्रिकेट में उन्हें ज़्यादा मौके नहीं मिले, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वह एक बेहद अहम खिलाड़ी साबित हुए।
चेतेश्वर पुजारा ने लिया संन्यास (Img- Internet)
पुजारा ने 2018-19 की ऐतिहासिक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में एडिलेड, मेलबर्न और सिडनी में शतक लगाकर भारत को सीरीज़ जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। 2020-21 के दौरे में भी उन्होंने 928 गेंदों का सामना करके अपनी दृढ़ता और मानसिक मजबूती का शानदार उदाहरण पेश किया था। विदेशी सरजमीं पर उनकी पारियां भारतीय क्रिकेट की सबसे यादगार जीतों में गिनी जाती हैं।
37 वर्षीय पुजारा ने संन्यास के अपने संदेश में लिखा कि एक छोटे शहर राजकोट से निकलकर भारतीय टीम की जर्सी पहनना उनके लिए सपना था। उन्होंने अपने माता-पिता, कोचों, टीममेट्स और प्रशंसकों का आभार जताते हुए कहा कि यह सफर अविस्मरणीय रहा। पुजारा ने कहा कि अब वह अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं और जीवन के नए अध्याय की ओर बढ़ना चाहते हैं।