हिंदी
विजय हजारे ट्रॉफी में बिहार ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 50 ओवर में 574 रन बनाकर लिस्ट ए क्रिकेट का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया। 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने 84 गेंदों में 190 रन की ऐतिहासिक पारी खेली, जबकि कप्तान साकिबुल गनी और आयुष ने भी शतक जड़कर इस रिकॉर्ड में अहम भूमिका निभाई।
सकीबुल गनी और वैभव सूर्यवंशी (Img: X)
Ranchi: विजय हजारे ट्रॉफी में बिहार की टीम ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसने लिस्ट ए क्रिकेट का इतिहास बदल दिया। इस मुकाबले में बिहार ने लिस्ट ए क्रिकेट का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर बनाते हुए नया वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए बिहार ने 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 574 रन बनाए, जो इस फॉर्मेट में अब तक का सर्वोच्च टीम स्कोर है।
इस ऐतिहासिक स्कोर के सबसे बड़े हीरो रहे 14 वर्षीय बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी। युवा सनसनी ने महज 84 गेंदों में 190 रनों की विस्फोटक पारी खेली। उनकी पारी में चौकों और छक्कों की जबरदस्त बारिश देखने को मिली, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। वैभव ने अपनी बल्लेबाजी से एक बार फिर साबित किया कि वह भारतीय क्रिकेट का भविष्य हैं।
🚨 BIHAR POSTED 574/6 IN THE VIJAY HAZARE TROPHY. 🚨
- Suryavanshi - 190 (84).
- Gani - 128* (40).
- Loharuka - 116 (56).THE HIGHEST EVER LIST A TOTAL IN HISTORY. 🤯 pic.twitter.com/cQrfD8jFBt
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) December 24, 2025
बिहार की ऐतिहासिक पारी में वैभव अकेले नहीं थे। टीम के कप्तान साकिबुल गनी ने भी तूफानी अंदाज़ में बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 40 गेंदों में 128 रन बनाए। वहीं विकेटकीपर-बल्लेबाज़ आयुष ने 56 गेंदों में 116 रनों की विस्फोटक पारी खेली। इन तीनों शतकों ने मिलकर अरुणाचल प्रदेश के गेंदबाज़ों को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया।
मैच के दौरान बिहार के बल्लेबाज़ों ने हर ओवर में रन बरसाए। मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए गए और गेंदबाज़ों के पास जवाब देने का कोई मौका नहीं रहा। बिहार की इस बल्लेबाजी ने लिस्ट ए क्रिकेट में रन बनाने के सभी पुराने पैमाने तोड़ दिए और एक नया बेंचमार्क सेट कर दिया।
574 रनों के इस विशाल स्कोर के साथ बिहार ने तमिलनाडु का पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले तमिलनाडु ने 2022 में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 2 विकेट पर 506 रन बनाए थे, जो अब तक का सबसे बड़ा लिस्ट ए स्कोर था। बिहार की इस ऐतिहासिक उपलब्धि में सबसे अहम भूमिका 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी की रही, जिनकी पारी लंबे समय तक याद रखी जाएगी।
यह भी पढ़ें- 10 चौके और 8 छक्के… वैभव सूर्यवंशी ने जड़ा तूफानी शतक, इतिहास में दर्ज हुआ नाम
बिहार की यह जीत और रिकॉर्ड सिर्फ एक मैच की कहानी नहीं है, बल्कि यह घरेलू क्रिकेट में उभरती हुई प्रतिभाओं की ताकत को भी दर्शाती है। खासकर वैभव सूर्यवंशी का प्रदर्शन यह संकेत देता है कि भारतीय क्रिकेट को एक और बड़ा सितारा मिल चुका है, जो आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमक सकता है।