

आईएएस अधिकारी बनने का सपना संजोकर आगे बढ़ने बढ़ने वाले कैंडिडेट्स के लिए आज का दिन काफी खास है। यूपीएससी की तैयारी करने के लिए सही प्लानिंग और दिशा की जरूरत है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
क्या है यूपीएससी
नई दिल्ली: यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) परीक्षा जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) जैसे महत्वपूर्ण सरकारी पदों के लिए आयोजित की जाती है। लाखों युवा उम्मीदवारों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस परीक्षा को पास करने के बाद उम्मीदवार भारतीय प्रशासनिक सेवाओं, पुलिस सेवाओं, वन सेवाओं और अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं में नियुक्ति पाते हैं।
यूपीएससी क्या है?
यूपीएससी (Union Public Service Commission) भारत की केंद्रीय एजेंसी है। जो सरकारी सेवाओं में भर्ती के लिए विभिन्न परीक्षाएं आयोजित करती है। यह परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय वन सेवा (IFS) और कई अन्य उच्च स्तरीय पदों के लिए होती है। हर साल लगभग 13 से 15 लाख उम्मीदवार यूपीएससी परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन इसमें सफलता केवल कुछ ही उम्मीदवारों को मिल पाती है।
यूपीएससी से क्या बनते हैं?
यूपीएससी परीक्षा के माध्यम से उम्मीदवारों को निम्नलिखित प्रमुख पदों पर नियुक्त किया जाता है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)
भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
भारतीय वन सेवा (IFS)
भारतीय राजस्व सेवा (IRS)
इसके अलावा, ग्रुप ‘A’ और ग्रुप ‘B’ सिविल सेवाओं के तहत कई अन्य महत्वपूर्ण पद होते हैं, जैसे:
भारतीय रेलवे सेवा (IRAS, IRPS, IRTS)
भारतीय सूचना सेवा (IIS)
भारतीय डाक सेवा (IPoS)
भारतीय विदेशी सेवा (IFS)
यूपीएससी परीक्षा का पैटर्न
यूपीएससी परीक्षा तीन मुख्य चरणों में बांटी जाती है।
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims Exam): इसमें दो पेपर होते हैं, सामान्य अध्ययन और अप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT)। यह परीक्षा स्क्रीनिंग टेस्ट के रूप में होती है।
मुख्य परीक्षा (Mains Exam): इस चरण में 9 डिस्क्रिप्टिव पेपर होते हैं, जिनमें उम्मीदवारों की लिखित क्षमता, सामान्य ज्ञान और विश्लेषणात्मक सोच की परीक्षा ली जाती है।
साक्षात्कार (Interview): इस चरण में उम्मीदवार का मानसिक और सामाजिक व्यवहार, जनरल नॉलेज और निर्णय क्षमता की परीक्षा ली जाती है।
यूपीएससी परीक्षा के लिए आयु सीमा और योग्यताएं
आयु सीमा: सामान्य वर्ग के लिए आयु सीमा 21 वर्ष से 32 वर्ष होती है। ओबीसी के लिए 21 से 34 वर्ष और एससी/एसटी उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा में छूट दी जाती है।
योग्यता: उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा उम्मीदवार जो अंतिम वर्ष में हैं, वे भी परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
सिलेबस का अध्ययन करें: यूपीएससी परीक्षा के सिलेबस को ध्यान से पढ़ें और उसी के अनुसार अध्ययन सामग्री तैयार करें।
मार्क टेस्ट: नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें, जिससे परीक्षा के पैटर्न का अनुभव होगा और आत्ममूल्यांकन भी हो सकेगा।
समय प्रबंधन: अपने समय का कुशल प्रबंधन करें। पढ़ाई के साथ-साथ रिवीजन भी आवश्यक है।
वर्तमान घटनाओं का अध्ययन करें: न्यूज़पेपर, मैगजीन और ऑनलाइन संसाधनों के माध्यम से वर्तमान घटनाओं पर ध्यान दें।
लिखने की आदत डालें: परीक्षा में लिखित उत्तर देने की क्षमता को सुधारने के लिए नियमित रूप से लेखन अभ्यास करें।
यूपीएससी रिजल्ट
यूपीएससी परीक्षा का रिजल्ट आयोग की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जारी किया जाता है। उम्मीदवार वहां से अपना परिणाम देख सकते हैं।
कैसी होती है ट्रेनिंग?
यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद सिविल सेवा में चयनित उम्मीदवारों को एक लंबी और कठिन ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है। इस ट्रेनिंग को पूरा करने के बाद ही उन्हें अधिकारी के रूप में नियुक्ति मिलती है। आईएएस अफसरों की ट्रेनिंग की शुरुआत मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) से होती है। जहां फाउंडेशन कोर्स में उन्हें प्रशासनिक जिम्मेदारियों की बुनियादी समझ दी जाती है। इस दौरान चयनित कैंडिडेट्स को न सिर्फ क्लासरूम में थ्योरी सिखाई जाती है, बल्कि उन्हें गांवों का दौरा कर जमीनी हकीकत से भी रूबरू कराया जाता है। इसके अलावा उन्हें विभिन्न विषयों- जैसे कि ग्रामीण विकास, पंचायती राज, महिला और बाल कल्याण, शहरी विकास, सामाजिक क्षेत्र, कृषि, ऊर्जा, स्वास्थ्य, उद्योग, कानून व्यवस्था और जनजातीय विकास पर विशेषज्ञों और अनुभवी अधिकारियों से मार्गदर्शन मिलता है।
यूपीएससी के बाद जॉब
आईएएस और आईपीएस जैसे पदों पर नियुक्त होने के बाद उम्मीदवारों को राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कार्य करने का अवसर मिलता है।