

भीलवाड़ा के हलेड में कांग्रेस नेता हरफूल जाट पर तलवार, लाठी से हमला और फायरिंग करने वाले मुख्य आरोपियों सहित उनके सहयोगियों को पुलिस ने 10 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। शहर कोतवाल गजेंद्र सिंह नरूका के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तेजी से कार्यवाही की।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
Bhilwara: भीलवाड़ा जिले के हलेड क्षेत्र में कांग्रेस नेता एवं पूर्व सरपंच हरफूल जाट पर हुए तलवार और लाठी से हमले और फायरिंग मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी भाजपा नेता बालूलाल आचार्य, उनके दो पुत्रों और एक अन्य सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई शहर कोतवाल गजेंद्र सिंह नरूका के नेतृत्व वाली टीम ने मात्र 10 घंटे में की है, जिससे पुलिस की तत्परता और सक्षम नेतृत्व की सराहना हो रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शनिवार की शाम हलेड के सरकारी दरवाजे के समीप बाजार में पूर्व सरपंच एवं कांग्रेस नेता हरफूल जाट पर अचानक सरेआम तलवार और लाठी से हमला किया गया। हमले के दौरान आरोपियों ने फायरिंग भी की और फिर मौके से फरार हो गए। इस हमले से बाजार में दहशत फैल गई। घायल हरफूल जाट को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारसमल जैन और डिप्टी एसपी मनीष बडगूजर के पर्यवेक्षण में शहर कोतवाल गजेंद्र सिंह नरूका ने विशेष टीम का गठन किया। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज एकत्र कर पुलिस ने आरोपियों की तलाश तेज कर दी। विभिन्न टोलियां गठित कर व्यापक जांच के बाद आरोपियों की लोकेशन पता कर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
मुख्य आरोपी बालूलाल आचार्य
पुलिस ने आरोपियों की पहचान इस प्रकार की है-
1. बालूलाल आचार्य, उम्र 55 वर्ष, निवासी हलेड, भाजपा नेता
2. गोपाल आचार्य, उम्र 30 वर्ष, पुत्र बालूलाल आचार्य
3. अक्षय आचार्य, उम्र 26 वर्ष, पुत्र बलदेव आचार्य
4. मनीष सालवी, उम्र 23 वर्ष, निवासी जवाहरनगर
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गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए विरोध किया, जिसके कारण वे घायल हो गए। सभी को जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया। फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है।
प्रारंभिक पूछताछ में यह पता चला है कि इस हमले के पीछे राजनीतिक दुश्मनी थी। कुछ दिन पहले हरफूल जाट और बालूलाल आचार्य के बीच गांव में विवाद हुआ था। विवाद के बाद बालूलाल आचार्य ने हरफूल जाट के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिससे तनाव बढ़ा। इस वजह से आरोपियों ने हमला कर बदला लेने की योजना बनाई।
इस गंभीर मामले की जांच में शहर कोतवाल गजेंद्र सिंह नरूका के नेतृत्व में सउनि अशोक कुमार, आशीष मिश्रा, सत्यकाम, हैड कांस्टेबल कालूराम धायल, चंद्रपाल सिंह, दीपक सहित कई अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।