

समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव और अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा सरकार द्वारा पेश किए गए ‘विजन 2047’ की कड़ी आलोचना की। शिवपाल ने कहा कि भाजपा सरकार मौजूदा समस्याओं को नजरअंदाज कर भविष्य के सपनों की बात कर रही है।
शिवपाल यादव और अखिलेश यादव
Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा सरकार द्वारा पेश किए गए 'विजन 2047' की कड़ी आलोचना की है। भाजपा की ओर से पेश किए गए इस ‘विजन’ को लेकर सपा नेताओं ने गंभीर सवाल उठाए हैं और इसे केवल भविष्य की काल्पनिक बातें करार दिया है।
शिवपाल यादव का आरोप
शिवपाल यादव ने भाजपा की 'विजन 2047' पर निशाना साधते हुए कहा, "भाजपा सरकार आज विधानसभा में 2047 का काल्पनिक 'विजन' लेकर आ रही है, जबकि वे आज की भूख का हल नहीं दे पा रहे हैं।" यादव ने आगे कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है और 2047 में खुशहाली का सपना दिखा रही है। शिवपाल ने ट्वीट करते हुए कहा, "किसान की आय दोगुनी करने का वादा 2022 में किया था, लेकिन 2025 में किसान आधे दाम पर फसल बेच रहे हैं। ये 'किसान क्रेडिट कार्ड' नहीं, 'किसान क्रेडिट झांसा' है।" उनका कहना था कि भाजपा सरकार जो वादे कर रही है, वह सिर्फ जनता को भ्रमित करने का तरीका है।
2047 में रोजगार का वादा
शिवपाल यादव ने कहा कि भाजपा सरकार 2047 में रोजगार मिलने का वादा कर रही है, जबकि आज के बेरोजगार युवा 22 साल बाद नौकरी करने की स्थिति में होंगे। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "2047 में डिजिटल अस्पताल होंगे, लेकिन 2025 में मरीजों को पेड़ से सलाइन टांगने वाली सरकार से हाईटेक अस्पताल का वादा? ये तो 'अमृतकाल' नहीं, 'अपराधकाल' है।"
भाजपा का 'अमृतकाल' और सपा की 'वर्तमान सच्चाई'
शिवपाल ने आरोप लगाया कि भाजपा का 'अमृतकाल' असल में 'अपराधकाल' बन चुका है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, "भले ही भाजपा दावा करती हो कि 2047 तक अपराध खत्म होंगे, लेकिन आज के समय में अपराधी तो 'गार्ड ऑफ ऑनर' पा रहे हैं। भाजपा का विकास का मतलब सिर्फ समाजवादी कामों पर अपना नाम पट्ट चिपकाना और फोटो खिंचवाना रह गया है।"
अखिलेश यादव का 'विजन 2047' पर सवाल
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी भाजपा के 'विजन 2047' को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे एक राजनीतिक 'किस्त योजना' करार देते हुए कहा कि भाजपा हर चुनाव में नया सपना दिखाती है और हर साल वही पुराना झूठ बोलती है। अखिलेश ने कहा, "भाजपा का '2047 विजन' कोई नीति नहीं, बल्कि राजनीतिक किस्त योजना है। यह सिर्फ चुनावी छलावा है।" अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा, "2047 तक गरीबी खत्म होगी? भाजपा के हिसाब से गरीब की जिंदगी का 'लॉन्ग टर्म प्लान' है भूखा रखना।" उन्होंने जनता से अपील की कि अब भाजपा से 2047 के सपने नहीं, बल्कि 2025 की सच्चाई का हिसाब लिया जाए।
भाजपा सरकार से 'विजन' की बजाय 'रीजन डॉक्युमेंट' की मांग
अखिलेश ने एक और बयान में कहा कि भाजपा को 'विजन' की बजाय 'रीजन डॉक्युमेंट' निकालकर बताना चाहिए कि आखिर किस वजह से उन्होंने अब तक अपने किसी वादे को पूरा नहीं किया। उनका कहना था कि सरकार को अपने कार्यकाल की सच्चाई से जनता को अवगत कराना चाहिए और आने वाले चुनावों में किए गए वादों की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
2025 की सच्चाई पर जोर
सपा नेताओं ने कहा कि 2047 तक का कोई सपना नहीं देखा जा सकता, जब तक 2025 की सच्चाई को ठीक से नहीं समझा जाए। उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि वे जो आज के मुद्दे हैं, उनके बारे में कब कार्रवाई करेंगे। बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं, और स्वास्थ्य जैसे मुद्दे आज भी अनसुलझे हैं, और भाजपा केवल भविष्य के सपनों के बारे में बात कर रही है।
भाजपा और सपा के बीच राजनीतिक टकराव
इस आलोचना के बीच यह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा और सपा के बीच राजनीतिक टकराव तेज हो चुका है। भाजपा सरकार के खिलाफ सपा द्वारा उठाए गए सवाल अब आगामी चुनावों की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं। भाजपा जहां अपने 'विजन 2047' की घोषणा कर रही है, वहीं सपा इस मुद्दे को लेकर लगातार विपक्ष को चेतावनी देती नजर आ रही है कि भाजपा को अपने वर्तमान कार्यों का हिसाब देना चाहिए।