

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर विवादों में हैं और इस बार उनके निशाने पर कोई देश नहीं, बल्कि वॉल स्ट्रीट की जानी-मानी इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स के CEO डेविड सोलोमन हैं। टैरिफ नीति को लेकर ट्रंप और सोलोमन के बीच तीखी बयानबाज़ी छिड़ गई है।
गोल्डमैन सैक्स CEO पर भड़के डोनाल्ड ट्रंप
New Delhi: डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अपनी ट्रुथ सोशल पोस्ट में गोल्डमैन सैक्स के CEO डेविड सोलोमन पर तीखा हमला बोला। कारण? गोल्डमैन सैक्स द्वारा जारी एक इकोनॉमिक रिपोर्ट जिसमें दावा किया गया कि ट्रंप की टैरिफ नीति का असर अमेरिकी उपभोक्ताओं पर पड़ रहा है और इससे महंगाई बढ़ने का खतरा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने लिखा कि डेविड सोलोमन को बैंकिंग छोड़कर डीजे बन जाना चाहिए। उनकी कंपनी की सारी चेतावनियां और भविष्यवाणियां गलत साबित हुई हैं।
गोल्डमैन सैक्स ने क्या कहा था?
गोल्डमैन सैक्स के इकोनॉमिस्ट्स की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि ट्रंप की टैरिफ नीतियां अमेरिकी बाजारों और उपभोक्ताओं के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि टैरिफ का असर अब उपभोक्ता कीमतों पर दिखना शुरू हो गया है। इससे महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता बढ़ सकती है। व्यापार रणनीति की अस्पष्टता निवेश को रोक रही है। इसके अलावा, मई 2025 में CEO डेविड सोलोमन ने ब्लूमबर्ग टीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि ट्रंप की नीतियों ने निवेश और विकास के लिए खतरनाक स्तर की अनिश्चितता पैदा की है।
"टैरिफ से अमेरिका को फायदा हुआ"
ट्रंप ने गोल्डमैन की आलोचना पर न सिर्फ पलटवार किया, बल्कि टैरिफ नीति के समर्थन में आंकड़ों का हवाला भी दिया। उनका कहना था कि टैरिफ का बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं, कंपनियों और विदेशी सरकारों पर पड़ा है। अरबों डॉलर की आमद टैरिफ के जरिए अमेरिकी खजाने में हुई है। इससे अमेरिकी शेयर बाजार, संपत्ति और समग्र अर्थव्यवस्था को फायदा हुआ है। ट्रंप ने यह भी लिखा कि यह आखिरी चरण भी साबित करता है कि टैरिफ से अमेरिका में महंगाई नहीं बढ़ी, बल्कि वित्तीय मजबूती आई है। लेकिन गोल्डमैन सैक्स जैसे संस्थान सच्चाई मानने से कतरा रहे हैं।
DJ सोलोमन की चर्चा क्यों?
ट्रंप की टिप्पणी "तुम बैंक मत चलाओ, डीजे बनो" सिर्फ व्यंग्य नहीं थी, इसमें एक निजी संदर्भ भी है। दरअसल, डेविड सोलोमन न केवल एक बैंकिंग पेशेवर हैं, बल्कि वह पार्ट टाइम DJ भी हैं और "DJ D-Sol" नाम से म्यूजिक फेस्टिवल्स में परफॉर्म कर चुके हैं। ट्रंप ने इसी बात को पकड़ते हुए तंज कसा कि अगर सोलोमन को बैंकिंग की इतनी समझ नहीं है, तो उन्हें बैंक चलाने के बजाय DJ की दुनिया में ही अपना करियर बनाना चाहिए।
क्या है टैरिफ विवाद की जड़?
डोनाल्ड ट्रंप की आर्थिक नीतियों, खासकर रेसिप्रोकल टैरिफ (परस्पर शुल्क) का मुख्य उद्देश्य अमेरिका में उत्पादित वस्तुओं को प्राथमिकता देना और विदेशी कंपनियों पर शुल्क लगाकर अमेरिकी व्यापार को बढ़ावा देना रहा है।
• यह नीति वैश्विक व्यापार पर असर डालती है।
• इससे आयातित वस्तुएं महंगी होती हैं, जिससे अंततः उपभोक्ता प्रभावित होते हैं।
• व्यापारिक अनिश्चितता से निवेशक डरे रहते हैं।
राजनीतिक और आर्थिक मायने
यह बहस केवल एक बयानबाजी नहीं है, बल्कि 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी में जुटे ट्रंप की रणनीति का हिस्सा भी मानी जा रही है। वह अपनी पुरानी अमेरिका फर्स्ट नीति को फिर से केंद्र में लाना चाहते हैं, वहीं आर्थिक मोर्चे पर अपनी मजबूती दिखाकर मतदाताओं को लुभाना चाहते हैं। गोल्डमैन सैक्स जैसी प्रतिष्ठित वित्तीय संस्थाओं पर हमला करके ट्रंप यह दिखाना चाहते हैं कि वह "एलीट सिस्टम" के खिलाफ हैं और आम अमेरिकी के हित के लिए काम कर रहे हैं।
गोल्डमैन का जवाब क्या आया?
इस विवाद पर फिलहाल गोल्डमैन सैक्स या डेविड सोलोमन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने बड़े कॉरपोरेट चेहरों पर निशाना साधा हो। इससे पहले भी उन्होंने अमेज़न के जेफ बेजोस और एप्पल जैसी कंपनियों को उनके फैसलों को लेकर आड़े हाथों लिया था।