लोकसभा में SIR पर घमासान: कागज फेंककर हुई नारेबाजी, किरेन रिजिजू ने दी ये चेतावनी

लोकसभा में मंगलवार को बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर हंगामा हुआ, जब विपक्षी सदस्यों ने वेल में आकर नारेबाजी की और मंत्री जी किशन रेड्डी के चेहरे पर कागज के टुकड़े फेंके। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष के इस व्यवहार की निंदा की और इसे सदन की गरिमा गिराने वाला बताया। पीठासीन अधिकारी जगदंबिका पाल ने भी कांग्रेस के उपनेता को इस घटना का जिम्मेदार ठहराया।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 12 August 2025, 6:36 PM IST
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New Delhi: मंगलवार को लोकसभा में बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर जोरदार हंगामा देखने को मिला। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने न केवल वेल में आकर नारेबाजी की, बल्कि चेयर पर कागज के टुकड़े भी फेंके। यह घटना तब घटी जब मंत्री जी किशन रेड्डी खान और खनिज संशोधन विधेयक पर चर्चा का जवाब दे रहे थे। विपक्ष के इस विरोध प्रदर्शन ने सदन की कार्यवाही को बाधित किया और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे सदन की गरिमा गिराने वाला बताया।

विपक्षी हंगामे के बाद लोकसभा में कार्यवाही

लोकसभा की कार्यवाही का माहौल उस समय गरमाया जब शाम 4:30 बजे चौथी बार कार्यवाही शुरू हुई और पीठासीन जगदंबिका पाल ने आसन संभाला। इसके बाद, तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा सहित विपक्षी सदस्य वेल में आकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। जगदंबिका पाल ने आसन पर आते हुए ही विपक्षी सदस्य महुआ मोइत्रा का नाम लेकर कहा कि "आप लोग वेल में क्या कर रहे हैं, जब कार्यवाही शुरू भी नहीं हुई है?" इस दौरान, खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने खान और खनिज बिल पेश किया, और इस बिल की वैश्विक महत्व पर चर्चा की।

विपक्ष का विरोध और मंत्री का जवाब

मंत्री जी किशन रेड्डी ने अपने भाषण में भारत के लिए रेयर मिनरल्स के महत्व को स्पष्ट किया और यह कहा कि यह बिल देश के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी सदस्यों से सुझाव देने की अपील भी की और इस बिल को सर्वसम्मति से पारित कराने की अपील की। हालांकि, विपक्षी सदस्य इस पर नारा लगाते हुए वेल में जमा हो गए और कार्यवाही में बाधा डालने लगे। इस बीच, मंत्री के जवाब के दौरान विपक्षी सदस्यों ने कागज के टुकड़े फेंके, और इनमें से एक कागज मंत्री जी किशन रेड्डी के चेहरे की ओर भी फेंका गया।

संसदीय कार्य मंत्री की कड़ी प्रतिक्रिया

इस पूरे घटनाक्रम के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस विरोध प्रदर्शन की निंदा की और कहा कि विपक्ष ने कागज फेंककर सदन की गरिमा को गिराने का काम किया है। रिजिजू ने कहा कि सदन में यह मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने विपक्ष से चुनौती देते हुए कहा, "हिम्मत है तो चर्चा में भाग लो, हमलोग भी विपक्ष में रहे हैं, लेकिन कभी इस तरह से नहीं करते थे।" उन्होंने विपक्षी दलों को नसीहत दी कि देश ने उन्हें काम करने के लिए भेजा है, न कि कागज फेंकने के लिए।

पीठासीन जगदंबिका पाल का आरोप

इसके बाद, पीठासीन जगदंबिका पाल ने भी इस पूरी घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह घटना कांग्रेस के उपनेता के इशारे पर हुई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के उपनेता ने विपक्षी सदस्यों को कागज फेंकने का इशारा किया और इसके लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया। पाल ने कहा कि यह बहुत ही दुखद है कि सदन की कार्यवाही को इस तरह से बाधित किया गया और कांग्रेस के उपनेता ने अपने सदस्य को उकसाया।

संसदीय व्यवस्था पर विपक्षी आरोप

विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार ने इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर सदन में चर्चा की बजाय तानाशाही रवैया अपनाया। उनका कहना था कि इस मुद्दे पर पारदर्शिता से बात करने की जगह सरकार ने उनका गला दबाने की कोशिश की।

सदन की गरिमा और विरोध प्रदर्शन

विपक्ष के हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री और पीठासीन दोनों ने एक स्वर में विपक्षी सदस्यों की निंदा की और उन्हें सदन की गरिमा बनाए रखने की सलाह दी। इस घटना ने न केवल संसद में गरमा-गर्मी का माहौल पैदा किया, बल्कि यह भी दिखाया कि वर्तमान राजनीतिक माहौल में सत्ता और विपक्ष के बीच संवाद की स्थिति कितनी तनावपूर्ण हो सकती है।

क्या है बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन का मुद्दा?

बीते दिनों बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन का मुद्दा राजनीतिक दलों के बीच चर्चा का विषय बन चुका है। इस प्रक्रिया में बेतहाशा त्रुटियां और नामों की गलतियों के आरोप लगाए गए थे। विपक्षी दलों ने इसे चुनावी प्रक्रिया में धांधली से जोड़ते हुए इसका विरोध किया था। हालांकि, सरकार ने इस पर सफाई दी और कहा कि सभी तकनीकी प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। इस मुद्दे पर सशक्त चर्चा की आवश्यकता को देखते हुए विपक्ष ने संसद में विरोध प्रदर्शन किया।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 12 August 2025, 6:36 PM IST