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करेला जूस न केवल डायबिटीज नियंत्रित करने में मदद करता है बल्कि किडनी की सेहत भी सुधार सकता है। इसमें विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर होते हैं, जो इम्यूनिटी और मेटाबोलिज्म के लिए फायदेमंद हैं। हालांकि, इसका अत्यधिक सेवन पेट दर्द और डायरिया जैसी समस्याएं भी पैदा कर सकता है। संतुलित मात्रा में सेवन करना और डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।


भारत में करेला सबसे लोकप्रिय सब्जियों में से एक है। इसे सब्जी के रूप में खाने के साथ-साथ जूस के रूप में पीने का चलन भी बढ़ा है। करेला जूस में फोलेट, जिंक, पोटैशियम और आयरन जैसे कई महत्वपूर्ण विटामिन पाए जाते हैं। साथ ही यह जूस आपके प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है, मस्तिष्क और अंगों की सेहत में मदद करता है और टिश्यू हीलिंग में भी योगदान देता है। (Img: Google)



करेला का जूस डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है और किडनी की फिल्टरिंग क्षमता को सुधार सकता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि नियमित सेवन से टाइप-2 डायबिटीज में राहत मिलती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह जूस मेटाबोलिज्म को तेज करता है और शरीर में अतिरिक्त वसा को कम करने में भी मददगार है। (Img: Google)



करेला जूस का फायदा सिर्फ किडनी और ब्लड शुगर तक सीमित नहीं है। इसका इस्तेमाल स्किन की सेहत सुधारने और ग्लो बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। आयुर्वेदिक और चाइनीज दवाओं में यह लंबे समय से शामिल है। इसके सेवन से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है, इम्यूनिटी मजबूत होती है और वजन नियंत्रण में मदद मिलती है। (Img: Google)



जितना करेला जूस फायदेमंद है, उतना ही इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। अत्यधिक सेवन से पेट दर्द, डायरिया और गैस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। किडनी की समस्या में लाभ जरूर हो सकता है, लेकिन लंबे समय तक इसे सप्लिमेंट के तौर पर लगातार इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती। इसलिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। (Img: Google)



करेला जूस स्वास्थ्य के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, खासकर डायबिटीज और किडनी की सेहत के लिए। हालांकि, इसका सेवन संतुलित मात्रा में करना जरूरी है। सही मात्रा में लेने से यह शरीर और इम्यूनिटी दोनों के लिए लाभकारी है, लेकिन बिना सलाह के लंबे समय तक लगातार सेवन करने से नुकसान भी हो सकता है। (Img: Google)
