Uttarakhand Rain: नैनीताल-रामनगर में बारिश का तांडव, कोसी नदी उफान पर, गर्जिया मंदिर क्षेत्र में कई दुकानें बही

उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश का लगातार तांडव देखने को मिल रहा है। नैनीताल और रामनगर में कोसी नदी उफान पर है। गार्जिया मंदिर के निकट कई दुकानें बह गई है। जानिए डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी ख़बर

Updated : 6 August 2025, 8:41 PM IST
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नैनीताल/रामगर: उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश का कहर जारी है। कुमाऊं के नैनीताल और रामनगर क्षेत्र में कोसी नदी उफान पर है। कई स्थानों पर सड़क संपर्क ध्वस्त हो गया है और जनजीवन अस्त व्यस्त है। कोसी नदी के उफान में गार्जिया मंदिर के निकट लगभग 15 दुकानें बह गई है। इस क्षेत्र में अन्य जगहों पर भी 10 से अधिक दुकाने बह गई है। कुल दो दर्जन से अधिक दुकानों के बहने की खबर है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक नैनीताल व रामनगर क्षेत्र में मूसलधार बारिश ने तबाही मचा दी है। प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर के पास स्थित 10 से 15 प्रसाद की दुकानें बुधवार सुबह कोसी नदी के तेज बहाव में बह गईं। इस हादसे में गरीब दुकानदारों को बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।

बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे खतरा बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है। लगातार बारिश के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन और मंदिर से जुड़े लोगों को पहले ही सचेत किया गया था। जिससे लोगों ने सावधानी बरती और परिणाम स्वरूप किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

गर्जिया मंदिर के पुजारी जीतेन्द्र पांडे ने बताया कि देर रात ही प्रसाद विक्रेताओं को नदी के उफान के बारे में चेतावनी दी गई थी, कई दुकानदारों ने समय रहते अपना सामान सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन कुछ व्यापारी सामान नहीं हटा पाए।

सुबह का मंजर था डरावना:

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बुधवार सुबह होते ही कोसी नदी का बहाव अचानक तेज हो गया। नदी का पानी दुकानों तक पहुंचा और कुछ ही मिनटों में लकड़ी और टिन की बनी ये अस्थायी दुकानें बह गईं। मौके पर मौजूद लोगों ने मोबाइल कैमरों में इस दृश्य को कैद किया, जिसमें नदी के तेज बहाव के साथ दुकानें बहती नजर आ रही हैं।

दुकान विक्रेता शिबू पांडे ने बताया, करीब 10 से 15 दुकानदारों की दुकानें बह गई हैं. ज्यादातर ने अपना सामान निकाल लिया था, लेकिन कुछ लोग सामान नहीं निकाल पाए, आज सुबह नदी का जलस्तर अचानक बढ़ा, जिससे यह नुकसान हुआ। गरीब प्रसाद विक्रेताओं के लिए यह बहुत बड़ी मार है, क्योंकि उनकी रोजी-रोटी इन्हीं दुकानों पर निर्भर थी।

स्थानीय अर्थव्यवस्था पर असर:

गर्जिया देवी मंदिर रामनगर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं"मंदिर के बाहर लगी ये प्रसाद और पूजन सामग्री की दुकानें स्थानीय अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा हैं,त्योहारों और छुट्टियों के दिनों में इन दुकानों की बिक्री कई गुना बढ़ जाती है,अब इन दुकानों के बह जाने से न केवल दुकानदारों की रोजी-रोटी पर संकट आया है, बल्कि श्रद्धालुओं को भी असुविधा हो रही है।

प्रशासन अलर्ट पर
मौके पर पहुंचे स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया और प्रभावित दुकानदारों से नुकसान का आकलन करने को कहा है, कोसी नदी का जलस्तर अभी भी ऊंचा बना हुआ है, जिसके चलते गर्जिया मंदिर तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

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