

नैनीताल का बीडी पांडे जिला अस्पताल गर्भवती महिलाओं के लिए उम्मीद बनकर उभरा है। सात महीनों में 272 सुरक्षित प्रसव कराए गए, विशेषज्ञों की नियुक्ति और बेहतर सुविधाओं के चलते मरीजों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।
बीडी पांडे अस्पताल महिलाओं के लिए बन रहा भरोसेमंद केंद्र
Nainital: उत्तराखंड, नैनीताल का राजकीय बीडी पांडे जिला अस्पताल अब गर्भवती महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण बनता जा रहा है। बीते सात महीनों में यहां 272 सुरक्षित प्रसव कराए गए हैं, जिनमें से 187 सामान्य और 85 सिजेरियन प्रसव शामिल हैं। ये आंकड़े न सिर्फ अस्पताल की बेहतर सेवाओं को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि अब महिलाएं जिले के भीतर ही सुरक्षित डिलीवरी के लिए भरोसे के साथ पहुंच रही हैं।
महिला रोग विशेषज्ञों की नियुक्ति
दरअसल, अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञों के तीनों पदों पर नियुक्ति होने के बाद से प्रसव की संख्या में साफ़ तौर पर इज़ाफा देखने को मिला है। नैनीताल शहर के अलावा भवाली, भीमताल, पंगोट और खुर्पाताल जैसे इलाकों से भी गर्भवती महिलाएं इलाज के लिए यहां पहुंचती हैं। फिलहाल अस्पताल में डॉ. द्रौपदी गर्बियाल, डॉ. प्रेमा फत्र्याल और डॉ. आरूषी गुप्ता बतौर गाइनोकोलॉजिस्ट तैनात हैं, जो नियमित जांच से लेकर इलाज और प्रसव तक की जिम्मेदारी बखूबी संभाल रही हैं।
अस्पताल में दूसरी स्वास्थ्य सेवाएं भी मौजूद है
सिर्फ डिलीवरी ही नहीं, बल्कि महिलाओं से जुड़ी दूसरी स्वास्थ्य सेवाएं भी अस्पताल में सक्रिय हैं। डॉ. रूची गुप्ता ने पिछले सात महीनों में 29 महिलाओं की नसबंदी और 18 बच्चेदानी के ऑपरेशन भी सफलतापूर्वक किए हैं।
प्रमुख चिकित्सा ने कहीं ये बड़ी बात
जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. तरुण कुमार टमटा का कहना है कि अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है। चाहे अल्ट्रासाउंड हो या फिर दूसरी जांचें, कोशिश यही रहती है कि हर महिला को समय पर जरूरी सुविधा मिले। यही वजह है कि हर महीने यहां सुरक्षित प्रसवों की संख्या बनी हुई है। इतना ही नहीं, यदि किसी नवजात को एक साल तक कोई परेशानी होती है, तो उसका इलाज पूरी तरह मुफ्त किया जाता है।
इस तरह बीडी पांडे अस्पताल अब सिर्फ इलाज का नहीं, बल्कि भरोसे का नाम बनता जा रहा है, जहां हर गर्भवती महिला को न सिर्फ बेहतर इलाज बल्कि आत्मविश्वास भी मिल रहा है।