भारतीय रुपया लगातार चौथे दिन अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूत, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद

भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.81 पर पहुंचा, लगातार चौथे दिन रुपये में तेजी। अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना से रुपये में मजबूती आई है।

Updated : 17 September 2025, 1:40 PM IST
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New Delhi: भारत के अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में बुधवार, 17 सितंबर 2025 को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.81 पर खुला, जो एक दिन पहले के बंद भाव से 28 पैसे की बढ़त है। यह रुपये की लगातार चौथी दिन की मजबूती को दर्शाता है, जो निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

फेडरल रिजर्व की नीतियों के बीच रुपया चढ़ा

अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद के कारण वैश्विक स्तर पर डॉलर में गिरावट देखने को मिल रही है। इस वजह से रुपये में तेजी आई है, जिससे भारतीय मुद्रा को मजबूती मिली है। विदेशी मुद्रा कारोबारियों का मानना है कि निवेशक आगामी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो आगामी दिशा-निर्देशों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

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रुपया बढ़त की राह पर

पिछले चार दिनों में रुपये की मजबूती की यह लहर, घरेलू शेयर बाजार में भी सकारात्मक प्रभाव डाल रही है। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 262.74 अंक चढ़कर 82,643.43 अंक पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 50 भी 85.25 अंक की बढ़त के साथ 25,324.35 अंक पर कारोबार कर रहा था। इस वृद्धि को देखते हुए, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुद्ध आधार पर 308.32 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जो घरेलू निवेशकों के सेंटिमेंट को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है।

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डॉलर की गिरावट से भारतीय मुद्रा को मिली मजबूती

विदेशी मुद्रा बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने भारतीय रुपये के लिए एक सकारात्मक माहौल तैयार किया है। यह स्थिति भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए राहत की बात है, क्योंकि कमजोर डॉलर का असर आयातित वस्तुओं की कीमतों पर भी पड़ता है, जिससे महंगाई की दर में कमी हो सकती है।

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इसके अलावा, वैश्विक तेल बाजार में भी मामूली गिरावट देखी जा रही है, जिससे भारत जैसे तेल आयातक देशों को फायदा हो सकता है। ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 68.33 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। इस प्रकार, भारतीय रुपये की मजबूती से घरेलू शेयर बाजार में भी उत्साह है और निवेशकों के मनोबल में वृद्धि हो रही है।

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