वित्तीय दबाव और विदेशी नीतियों का असर: कमजोर पड़ा रुपया, महंगाई की मार झेलने को तैयार रहें आम लोग
एच1बी वीजा फीस में बढ़ोतरी और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते रुपया 88.53 प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया। कमजोर रुपये का असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा इंपोर्टेड सामान, तेल और गोल्ड महंगे होंगे।