

हरिद्वार के श्यामपुर क्षेत्र में बुधवार को अवैध निर्माण के खिलाफ हरिद्वार-ऋषिकेश विकास प्राधिकरण (HRDA) ने बड़ी कार्रवाई की है। HRDA की टीम ने अवैध निर्माण कर रहे बाबा सत्यव्रतानंद योगी के निर्माणाधीन ढांचे को सील कर दिया।
हरिद्वार: गाजीवाली के श्यामपुर क्षेत्र में हरिद्वार-ऋषिकेश विकास प्राधिकरण (HRDA) ने बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार को बरसात के बीच पहुँची HRDA की टीम ने अवैध निर्माण कर रहे बाबा सत्यव्रतानंद योगी के निर्माणाधीन ढांचे को सील कर दिया।
जानकारी के अनुसार मामला रामावतार की ज़मीन से जुड़ा है, जिस पर बाबा ने कथित रूप से फर्जी एग्रीमेंट के सहारे कब्ज़ा कर मकान खड़ा कर लिया था। ज़मीन मालिक की बेटी ममता वालिया ने इस अवैध कब्ज़े का विरोध करते हुए करीब एक वर्ष पहले थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
उनका आरोप है कि बाबा ने अग्रिम जमानत मिलते ही प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए रातों-रात छत की ढलाई करवा दी और काम तेज़ी से आगे बढ़ाया।
सूचना मिलने पर ममता वालिया ने HRDA को अवगत कराया, जिसके बाद टीम मौके पर पहुँची और निर्माण को सील कर दिया। ममता वालिया का कहना है कि बाबा उनके माता-पिता को लगातार परेशान कर रहा है और “फर्जी ट्रस्ट” के नाम पर लोगों से धन वसूली कर रहा है। उन्होंने सरकार से माँग की है कि ऐसे भू-माफिया बाबाओं की सूची बनाई जाए, जो साधु के वेश में लोगों की ज़मीन पर कब्ज़ा करने का षड्यंत्र रच रहे हैं।
बाबा सत्यव्रतानंद का अतीत भी विवादों से भरा रहा है। हरिपुर कला की गली नंबर 3 में “योगानंद आश्रम” के नाम पर कब्ज़ा करने का मामला सामने आया था, जहाँ से प्रशासन ने उसे बेदखल किया था। इसके बाद उन्होंने खाटू श्याम आश्रम में डेरा जमाया, लेकिन वहाँ भी 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में निष्कासित कर दिया गया।
वर्तमान में बाबा जिस मकान में रह रहा है, वह भी कथित रूप से कब्ज़े की ज़मीन है। आरोप है कि उन्होंने मकान का दरवाज़ा अंदर से जोड़कर अवैध रूप से कब्ज़ा कर लिया था। HRDA ने इस स्थान को भी सील कर दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बाबा लंबे समय से साधु के वेश में जमीन कब्ज़ाने और लोगों को गुमराह करने में सक्रिय है। कई लोग उसके चंगुल में फंस चुके हैं और आर्थिक नुकसान उठा चुके हैं।
प्रशासन का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे और सख़्त कार्रवाई की जाएगी। HRDA अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह आम व्यक्ति करे या किसी बाबा के नाम पर हो।
यह कार्रवाई न केवल अवैध कब्ज़ों पर लगाम लगाने का संदेश देती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अब साधु वेश में छिपकर जमीन कब्ज़ाने वालों पर भी प्रशासन की निगाहें हैं।