

जिले के कमालगंज ब्लॉक अंतर्गत ग्राम ईसापुर निवासी 28 वर्षीय मनोज की अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। मनोज, पुत्र मनसुख, 20 जुलाई 2025 को सुबह लगभग 8:00 बजे घर से बाहर निकला था, लेकिन उसके बाद उसका कोई पता नहीं चला।
मृतक का परिवार रोते हुए
Farrukhabad: जिले के कमालगंज ब्लॉक अंतर्गत ग्राम ईसापुर निवासी 28 वर्षीय मनोज की अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। मनोज, पुत्र मनसुख, 20 जुलाई 2025 को सुबह लगभग 8:00 बजे घर से बाहर निकला था, लेकिन उसके बाद उसका कोई पता नहीं चला। परिजनों ने दिन-रात उसे ढूंढा, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। अगले दिन, 21 जुलाई 2025 को सुबह अचानक एक दुखद सूचना मिली कि मनोज का शव रसीद फ्लोर मिल (कमालगंज) के पास अचेत अवस्था में पड़ा हुआ मिला।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घबराए हुए परिजनों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शव की पहचान की और पुलिस को सूचित किया। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव का पंचनामा भरने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटनास्थल से मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना अज्ञात वाहन की वजह से हुई, जिसने मनोज को टक्कर मारी।
मृतक मनोज की पत्नी और बच्चे
मनोज की मौत के बाद उसके परिवार और गांव में गहरा शोक है। मनोज की शादी आठ साल पहले रजनी से हुई थी, और उनके दो छोटे बच्चे हैं 5 साल की बेटी परी और 3 साल का बेटा। मनोज एक गरीब मजदूर था और परिवार का भरण-पोषण मजदूरी करके करता था। वह पांच भाई-बहनों में से था, जिसमें दो भाई और तीन बहनें थीं। दो बहनों की शादी हो चुकी थी, जबकि एक बहन की शादी अभी नहीं हुई थी। हाल ही में, मनोज के छोटे भाई विपिन की भी शादी हुई थी। मनोज की असमय मौत ने उसके परिवार को पूरी तरह से तोड़ दिया है। घर के आर्थिक हालत बहुत ही खराब थे, और अब घर में एक और समस्या खड़ी हो गई है। उसकी मौत ने न केवल उसके परिवार को आहत किया, बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
मृतक मनोज की प्रोफाइल फोटो
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक इस हादसे के बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। अज्ञात वाहन चालक का पता लगाने के लिए पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगालने का प्रयास किया है, ताकि वाहन की पहचान हो सके और आरोपी को पकड़ने की कोशिश की जा सके।
मनोज की मौत के बाद गांव में शोक का माहौल है और हर किसी की जुबान पर बस यही सवाल है कि इस घटना का जिम्मेदार कौन होगा। गांववासियों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। मनोज के परिवार को इस दुखद समय में काफी समर्थन और सहानुभूति मिल रही है, लेकिन उसके बिना उनके जीवन का क्या होगा, यह सवाल सबसे बड़ा है।