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संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी SIR और वोट चोरी के आरोपों पर विपक्ष का हंगामा जारी रहेगा। सरकार ने चर्चा के लिए सहमति जताई है। वंदे मातरम् पर 10 घंटे बहस की संभावना है। पहले दिन तीन बिल पेश हुए, जिनमें एक पारित हुआ।
संसद में SIR संग्राम (Img- Google)
New Delhi: संसद का शीतकालीन सत्र आज अपने दूसरे दिन में प्रवेश कर रहा है और पहले दिन की तरह ही आज भी सियासी टकराव बढ़ने की पूरी संभावना है। विपक्ष ने SIR (Sensitive Information Report) और वोट चोरी के आरोपों को लेकर संसद परिसर के बाहर जोरदार प्रदर्शन की घोषणा की है। पहले दिन विपक्षी दलों ने दोनों सदनों में सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया था और इसी मुद्दे पर हंगामा भी किया।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में सोमवार को स्पष्ट किया कि सरकार SIR और चुनावी सुधारों पर विस्तार से चर्चा कराने के लिए तैयार है। रिजिजू ने विपक्ष से अपील की कि बहस पर कोई समय सीमा न लगाई जाए, ताकि विषय पर व्यापक विमर्श संभव हो सके। सरकार की इस पेशकश के बावजूद विपक्ष आज भी संसद के गेट पर विरोध-प्रदर्शन करने को तैयार है।
सत्र के पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में तीन अहम विधेयक पेश किए। इनमें से मणिपुर गुड्स एंड सर्विस टैक्स (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2025 को सदन ने पारित कर दिया। अन्य दो बिलों पर आगे की कार्यवाही सत्र के आगामी दिनों में तय होगी।
वंदे मातरम पर संसद में होगी चर्चा, 10 घंटे का समय अलॉट; PM मोदी भी होंगे शामिल
सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा कि लोकतंत्र में संसद देश की अपेक्षाओं का केंद्र है यहां न तो पराजय की हताशा दिखनी चाहिए न ही जीत का अहंकार।
उन्होंने कहा, यह सत्र पराजय की हताशा या विजय के अहंकार का मैदान नहीं बनना चाहिए। यहां ड्रामा नहीं, डिलीवरी होनी चाहिए। जोर नीति पर होना चाहिए, नारों पर नहीं। पीएम का यह संदेश विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों के लिए संकेतों से भरा हुआ माना जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर संसद में एक विशेष चर्चा आयोजित कर सकती है। बताया जा रहा है कि इस पर 10 घंटे की लंबी बहस गुरुवार और शुक्रवार को आयोजित की जा सकती है। संभावना है कि प्रधानमंत्री मोदी स्वयं इस चर्चा में हिस्सा लें।
30 सितंबर को राज्यसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने यह प्रस्ताव रखा था। हालांकि फिलहाल इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
विपक्ष का संसद घेराव (Img- Google)
शीतकालीन सत्र में सरकार कुल 10 नए विधेयक पेश करने की तैयारी कर चुकी है। इनमें कई महत्वपूर्ण और संरचनात्मक सुधारों से जुड़े बिल शामिल हैं। सूची इस प्रकार है-
1. एटॉमिक एनर्जी बिल
2. हायर एजुकेशन कमीशन ऑफ इंडिया बिल
3. नेशनल हाईवे (अमेंडमेंट) बिल
4. कॉर्पोरेट लॉ (अमेंडमेंट) बिल
5. सिक्योरिटीज मार्केट्स कोड बिल (SMC)
6. मणिपुर गुड्स एंड सर्विस टैक्स (अमेंडमेंट) बिल
7. कॉन्स्टिट्यूशन (131वां संशोधन) बिल
8. रिपीलिंग एंड अमेंडमेंट बिल
9. ऑर्बिट्रेशन एंड कॉन्सीलिएशन (अमेंडमेंट) बिल
10. इंश्योरेंस लॉ (अमेंडमेंट) बिल
दूसरे दिन की शुरुआत से पहले ही माहौल टकरावपूर्ण दिख रहा है। जहां विपक्ष SIR पर बहस की मांग को लेकर आक्रामक है, वहीं सरकार चर्चा के लिए तैयार होने का दावा कर रही है। सत्र के पहले दिन से ही साफ है कि यह सत्र राजनीतिक रूप से बेहद सक्रिय रहने वाला है। इसमें बहस के साथ-साथ कई बड़े विधायी कदम उठाए जा सकते हैं।