कोहरे की मार: छह घंटे देरी से आई वंदे भारत, यात्रियों को नहीं मिला भोजन; राजधानी सहित 52 ट्रेनें घंटों लेट

घने कोहरे के कारण कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। वंदे भारत, राजधानी और तेजस समेत 52 ट्रेनें घंटों देरी से पहुंचीं। वंदे भारत में यात्रियों को भोजन न मिलने की शिकायत भी सामने आई, जबकि ठंड और गलन ने यात्रियों की परेशानी और बढ़ा दी।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 22 December 2025, 5:26 AM IST
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New Delhi: घने कोहरे के चलते उत्तर भारत में रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। तेजस, राजधानी और वंदे भारत जैसी वीआईपी ट्रेनों सहित कुल 52 ट्रेनें कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर 18 घंटे तक की देरी से पहुंचीं। हालात यह रहे कि प्रीमियम मानी जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस भी करीब छह घंटे देरी से स्टेशन पर पहुंची, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

वंदे भारत छह घंटे लेट, यात्रियों में नाराजगी

नई दिल्ली से वाराणसी जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस शनिवार को तय समय से लगभग छह घंटे देरी से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची। ट्रेन शाम 7:08 बजे आने वाली थी, लेकिन कोहरे के कारण रात 12:44 बजे स्टेशन पर पहुंची और करीब एक बजे वाराणसी के लिए रवाना हुई। लंबे इंतजार और अव्यवस्था से यात्री बेहद नाराज दिखे।

भोजन न मिलने की शिकायत

वंदे भारत में सफर कर रही एक युवती के पिता प्रताप साहनी ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी अश्लेषा साहनी कोच सी-8 की सीट संख्या 34 पर यात्रा कर रही थी। नियमों के अनुसार यदि कोई प्रीमियम ट्रेन तीन घंटे से अधिक लेट होती है तो यात्रियों को भोजन उपलब्ध कराया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

घटिया स्नैक्स पर भी उठे सवाल

शिकायत में यह भी कहा गया कि ट्रेन में केवल स्नैक्स दिए गए, जो बेहद खराब गुणवत्ता के थे। अधिकांश यात्रियों ने उन्हें खाना तक उचित नहीं समझा। आरोप है कि पूरी यात्रा के दौरान कोच अटेंडेंट ने यात्रियों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिससे महिलाओं और बुजुर्ग यात्रियों को विशेष परेशानी हुई।

रविवार को और बिगड़े हालात

रविवार को कोहरा और अधिक घना होने से ट्रेनों की रफ्तार और धीमी पड़ गई। वंदे भारत एक्सप्रेस चार घंटे, डिब्रूगढ़–नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस 10 घंटे, सैरंग–आनंद विहार राजधानी 7 घंटे 45 मिनट और लखनऊ-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस छह घंटे देरी से कानपुर पहुंचीं।

कई स्पेशल ट्रेनें भी घंटों लेट

इसके अलावा बरौनी-नई दिल्ली स्पेशल 16 घंटे, एलटीटी-सूबेदारगंज स्पेशल 14 घंटे, एलटीटी-कानपुर सेंट्रल स्पेशल 18 घंटे, श्रम शक्ति एक्सप्रेस छह घंटे, कालिंदी एक्सप्रेस पांच घंटे और दरभंगा स्पेशल भी करीब पांच घंटे देरी से स्टेशन पहुंचीं। यात्रियों को ट्रेनों की सही स्थिति की जानकारी न मिलने से असमंजस की स्थिति बनी रही।

स्टेशन पर बढ़ी ठिठुरन और अव्यवस्था

ट्रेनों की भारी देरी के चलते कानपुर सेंट्रल और गोविंदपुरी स्टेशन पर यात्रियों को कड़ाके की ठंड और गलन में इंतजार करना पड़ा। प्रतीक्षालय पूरी तरह भर गए। फुटओवर ब्रिज, प्लेटफॉर्म के फर्श और पोर्टिको तक यात्री कंबल और बैग बिछाकर बैठे नजर आए।

आसपास के जिलों से आए यात्री सबसे ज्यादा परेशान

सबसे ज्यादा दिक्कत आसपास के जिलों से ट्रेन पकड़ने आए यात्रियों को हुई। कई यात्रियों ने बताया कि उन्हें घंटों प्लेटफॉर्म पर बैठकर ट्रेन की प्रतीक्षा करनी पड़ी। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए स्थिति और भी कठिन रही।

यात्रियों ने उठाई व्यवस्थाओं पर सवाल

यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि कोहरे के मौसम में ट्रेनों की लेटलतीफी को देखते हुए भोजन, सूचना और प्रतीक्षालय जैसी बुनियादी सुविधाओं को बेहतर किया जाए, ताकि यात्रियों को अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े।

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  • New Delhi

Published : 
  • 22 December 2025, 5:26 AM IST