

लौटता मानसून देश के कई हिस्सों में तबाही मचा रहा है। महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के कई राज्यों में मूसलधार बारिश से 10 लोगों की जान जा चुकी है, और हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की चेतावनी दी है।
लौटते मानसून ने मचाई तबाही
New Delhi: महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे से हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के कारण 10 लोगों की मौत हो चुकी है। मराठवाड़ा, कोंकण और मुंबई में बारिश का कहर जारी है। प्रदेश सरकार ने प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों की समीक्षा की और राहत के लिए सेना तथा एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया।
रविवार को भारी बारिश के कारण मराठवाड़ा के धराशिव जिले में गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे आसपास के इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए। जयकवाड़ी बांध से पानी छोड़े जाने के बाद, छत्रपति संभाजीनगर और नांदेड़ जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई। प्रशासन ने 11,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
लौटते मानसून ने मचाई तबाही
मुंबई में रविवार को तेज बारिश ने शहर के निचले इलाकों में जलभराव पैदा कर दिया। इस वजह से लोकल ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं और यात्री परेशान हुए। मुंबई महानगरपालिका ने जल निकासी के प्रयास तेज कर दिए हैं, और पंपों को दिन-रात चलाया जा रहा है। वहीं, गोवा में भी बारिश जारी है, और मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
देशभर में लौटता मानसून: भारी बारिश से बिगड़े हालात, कई राज्यों में अलर्ट जारी
महाराष्ट्र के बीड जिले में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए सेना और एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट पर हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मराठवाड़ा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि पश्चिम विदर्भ और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में एक निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है, जिसके कारण इन क्षेत्रों में 1 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में भी आगामी दो-तीन दिनों में तेज बारिश की चेतावनी दी गई है।
गोवा और कोंकण क्षेत्र में भी मूसलधार बारिश जारी है। इन क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है। गोवा में यलो अलर्ट जारी किया गया है और यहां भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
मेघालय और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भी भारी बारिश हो रही है, जिससे इन क्षेत्रों में बाढ़ और जलभराव की समस्या बढ़ सकती है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में भी बारिश की चेतावनी दी है।
देशभर में मानसूनी बारिश का कहर: बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन से तबाही; जानें कैसा रहेगा मौसम का हाल
प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है। प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ, सेना और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों को तेज कर रहे हैं। कई स्थानों पर राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां प्रभावित लोगों को शरण दी जा रही है। महाराष्ट्र के बीड जिले में सेना की तैनाती और मराठवाड़ा क्षेत्र में राहत प्रयासों को लेकर मुख्यमंत्री फडणवीस ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई है। 1 अक्टूबर तक महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों में बारिश जारी रह सकती है, और इसके साथ ही मध्य प्रदेश, बिहार और राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी बारिश हो सकती है। लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।