

देशभर में मानसूनी बारिश से तबाही का आलम है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, महाराष्ट्र, मणिपुर और झारखंड में बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। सेना और आपदा प्रबंधन टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
देशभर में मानसूनी बारिश का कहर
New Delhi: देश के कई राज्यों में मानसूनी बारिश कहर बनकर टूटी है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, झारखंड, उत्तराखंड और तेलंगाना जैसे राज्यों में भारी बारिश, बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। जान-माल के नुकसान की खबरें लगातार आ रही हैं और सेना तथा वायुसेना को राहत और बचाव कार्यों में लगाया गया है।
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के मादी गांव में सोमवार तड़के करीब 3 बजे बादल फटने की घटना हुई। यह क्षेत्र आदिवासी बहुल है और अचानक आई बाढ़ से गांव के कई घरों में पानी घुस गया। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम ने मौके पर पहुंचकर हालात को नियंत्रित किया।
देशभर में मानसूनी बारिश का कहर
हिमाचल प्रदेश भी भारी बारिश और भूस्खलन से बेहाल है। हमीरपुर जिले की नाहलवीं पंचायत में एक स्लेटपोश मकान बारिश के कारण गिर गया, जिसमें मां-बेटी मलबे में दब गईं। कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला गया। राज्य में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 490 सड़कें बंद रहीं, जबकि 352 ट्रांसफार्मर और 163 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित रहीं। लगातार हो रही बारिश के चलते राज्य में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
मणिपुर के इंफाल घाटी क्षेत्र में दो प्रमुख नदियों के तटबंध टूट गए हैं, जिससे कृषि भूमि और रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया। कई गांवों का संपर्क टूट गया है और लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। प्रशासन की ओर से राहत शिविर लगाए जा रहे हैं, लेकिन सड़कें जलमग्न होने के कारण मदद पहुंचाने में दिक्कत आ रही है।
झारखंड के कई इलाकों में बीते 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। 16 सितंबर को सुबह राज्य के पांच जिलों में रेड अलर्ट और 12 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है। रांची, गिरिडीह, लोहरदगा, चतरा और हजारीबाग जैसे जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ है।
महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मुंबई और पुणे में रातभर हुई बारिश के कारण रेलवे पटरियां जलमग्न हो गईं और कई ट्रेनों को रोकना पड़ा। मुंबई के दादर, कुर्ला और बांद्रा जैसे इलाकों में जलभराव की गंभीर स्थिति बनी रही। मराठवाड़ा क्षेत्र के हिंगोली और बीड़ जिलों में बारिश से भारी तबाही हुई है। बीड़ जिले के अष्टी तालुका में पानी में फंसे 11 लोगों को वायुसेना ने हेलिकॉप्टर की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला। वहीं, पुणे के एक गांव से जलभराव में फंसे 70 लोगों को बचाया गया। बीड़ में भारी बारिश के कारण पहली से सातवीं कक्षा तक के स्कूलों को 17 सितंबर तक बंद रखने का आदेश दिया गया है।
उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सहस्रधारा में सोमवार देर रात बादल फटने की घटना हुई। रात करीब साढ़े 11 बजे कार्डीगाड़ इलाके में मलबा आने से मुख्य बाजार के कई होटल और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। स्थानीय ग्राम प्रधान के अनुसार, 2 से 3 बड़े होटल और करीब 7 से 8 दुकानों को भारी नुकसान हुआ है। राहत और बचाव कार्य जारी है।
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के हबीब नगर इलाके में रविवार रात भारी बारिश के बाद अचानक बाढ़ आ गई। इसमें दो लोग बह गए, जिनकी तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीमें लगाई गई हैं।