चुनाव आयोग के नोटिस पर राहुल गांधी का तीखा हमला, बोले- “यह मेरा डेटा नहीं, आयोग का है, मैं शपथपत्र कैसे दूं?”

राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से मिले नोटिसों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि आयोग का डेटा उनके नाम पर क्यों भेजा जा रहा है और वे उस पर शपथपत्र क्यों दें? उन्होंने इस मामले को लोकतंत्र और वोट के अधिकार से जुड़ा बताया और कहा कि अब यह लड़ाई राजनीतिक नहीं बल्कि संविधान की रक्षा की है। साथ ही उन्होंने अपने सहयोगी दलों का समर्थन के लिए आभार भी जताया।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 11 August 2025, 7:01 PM IST
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New Delhi: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को चुनाव आयोग से मिले नोटिसों के जवाब में कड़ा बयान जारी किया। राहुल गांधी ने आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो आंकड़े उन्हें सौंपे गए हैं, वे चुनाव आयोग के हैं, उनके नहीं। ऐसे में उनसे इन आंकड़ों की पुष्टि करने के लिए शपथपत्र मांगना सरासर गलत है।

राहुल गांधी ने क्या पलटवार किया?

राहुल गांधी ने कहा, “यह मेरा डेटा नहीं है, यह चुनाव आयोग का डेटा है। मुझसे शपथपत्र क्यों मांगा जा रहा है? इस डेटा को सार्वजनिक करिए, वेबसाइट पर डालिए- सच अपने आप सामने आ जाएगा।” उन्होंने यह भी दावा किया कि चुनाव आयोग की तरफ से किया जा रहा यह व्यवहार सिर्फ ध्यान भटकाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि केवल बेंगलुरु ही नहीं, बल्कि कई अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी वोटर डेटा में गड़बड़ी हुई है।

“300 सांसद सिर्फ एक दस्तावेज देने गए, लेकिन रोक दिए गए”

संसद के बाहर मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने यह भी खुलासा किया कि विपक्ष के लगभग 300 सांसद एक सामूहिक प्रयास के तहत चुनाव आयोग को एक दस्तावेज सौंपने गए थे, लेकिन उन्हें रास्ते में ही हिरासत में ले लिया गया। राहुल गांधी बोले, “यह देखिए भारत के लोकतंत्र की हालत- सांसदों को अपने संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल करने तक से रोका जा रहा है। क्या चुनाव आयोग 300 सांसदों की आवाज से डरता है? उन्होंने यह भी कहा कि यह लड़ाई अब केवल राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश के संवैधानिक मूल्यों और "एक व्यक्ति, एक वोट" के सिद्धांत की रक्षा की लड़ाई बन चुकी है।

बेंगलुरु ही नहीं, देशभर में हुआ है 'वोट चोरी' का खेल

राहुल गांधी ने बेंगलुरु की मिसाल देते हुए कहा कि वहां पर विपक्ष ने साफ तौर पर दिखा दिया है कि किस तरह से "मल्टीपल मैन, मल्टीपल वोट" (अर्थात एक से अधिक बार वोट डालना) का खेल खेला गया। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के कई हिस्सों में भी यही तरीका अपनाया गया और अब चुनाव आयोग के लिए इसे छिपाना मुश्किल हो गया है।

INDIA गठबंधन के साथियों का जताया आभार

राहुल गांधी ने INDIA गठबंधन के नेताओं और सांसदों का विशेष धन्यवाद किया, जिन्होंने उनके साथ मिलकर यह लड़ाई लड़ी और संसद से लेकर सड़क तक मतदाता अधिकारों की रक्षा की मांग की। अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से साझा एक पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा, "जैसा कि मैंने कहा था, यह लड़ाई अब सिर्फ राजनीतिक नहीं रही। यह लोकतंत्र और मताधिकार की रक्षा की लड़ाई है और हम सभी इसे मिलकर हासिल करेंगे।"

विपक्ष की मांगें क्या हैं?

  • चुनाव आयोग द्वारा सार्वजनिक रूप से डेटा जारी किया जाए।
  • वोटर डेटा से जुड़ी गड़बड़ियों की स्वतंत्र जांच कराई जाए।
  • निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित हो।
  • भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए तकनीकी और संवैधानिक सुधार हों।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 11 August 2025, 7:01 PM IST