

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मणिपुर दौरा इसलिए खास है क्योंकि यह राज्य में 2023 की जातीय हिंसा के बाद उनका पहला दौरा है। वे 8500 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। यह दौरा मणिपुर में शांति, पुनर्निर्माण और केंद्र की विकास प्रतिबद्धता का प्रतीक माना जा रहा है।
पीएम मोदी का मणिपुर दौरा कल
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मणिपुर के दौरे पर जाएंगे। यह दौरा मणिपुर वासियों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी इस दौरान मणिपुर में लगभग 8500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। दौरे के पहले ही उपद्रवियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं, लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह दौरा शांति और विकास के नए युग की शुरुआत का संकेत माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, मणिपुर लंबे समय से राजनीतिक, सामाजिक और जातीय विवादों का शिकार रहा है। मई 2023 में यहां कुकि और मैतेई समुदायों के बीच हिंसा भड़की थी, जिसमें 250 से अधिक लोग मारे गए और हजारों बेघर हो गए। पीएम मोदी का यह पहला दौरा इस हिंसा के बाद हो रहा है, इसलिए इसे मणिपुर में शांति बहाली और विकास को गति देने के लिए अहम कदम माना जा रहा है। साथ ही, यह दौरा पूरे देश को यह संदेश देगा कि केंद्र सरकार मणिपुर समेत पूर्वोत्तर के विकास और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
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सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी का यह मणिपुर दौरा करीब 7 साल बाद हो रहा है। वे पिछली बार 2018 में मणिपुर आए थे। इसके बाद कई बार मणिपुर की स्थिति अस्थिर रही, इसलिए उनका यह दौरा पुनः संपर्क स्थापित करने और विकास की नीतियां लागू करने की दिशा में बड़ा कदम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी मणिपुर में कुल 8500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इसमें से 7300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला चुराचांदपुर में रखी जाएगी जबकि 1200 करोड़ रुपये की परियोजनाएं इंफाल में शुरू की जाएंगी। ये परियोजनाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण, पानी की आपूर्ति, और सामाजिक कल्याण से जुड़ी हैं। इनसे मणिपुर के विकास में तेजी आएगी और स्थानीय लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा।
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इस दौरे की खास बात यह है कि प्रधानमंत्री मणिपुर में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से सीधे मिलेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। कांगला किले और चुराचांदपुर के पीस ग्राउंड जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर केंद्रीय और राज्य सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए भव्य मंच का निर्माण भी किया गया है।
पीएम मोदी के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त है। इंफाल और चुराचांदपुर में 237 एकड़ में फैले कांगला किले के आसपास भारी संख्या में जवान तैनात हैं। खोजी कुत्तों और उच्च तकनीकी उपकरणों की मदद से सुरक्षा जांच की जा रही है। किले के चारों ओर चौबीसों घंटे गश्त चल रही है और पर्यटकों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा, पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने संवेदनशील इलाकों में बैरिकेड लगाकर घेराबंदी की है।
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पीएम मोदी के दौरे से कुछ दिन पहले गुरुवार शाम को चुराचांदपुर जिले में दो जगहों पर उपद्रवियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई। उपद्रवियों ने प्रधानमंत्री के दौरे के लिए लगाए गए बैरिकेड तोड़ दिए और सुरक्षाकर्मियों पर पत्थर फेंके। इस दौरान कई सड़कों पर बैनर और कटआउट भी फाड़े गए। हालांकि, सुरक्षा बलों ने तेजी से कार्रवाई कर स्थिति नियंत्रण में ले ली। इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है।
पीएम मोदी इस दौरे से मणिपुर में शांति, स्थिरता और विकास का संदेश देंगे। वे राज्य में जातीय सद्भाव बनाए रखने और हर समुदाय को साथ लेकर चलने की बात करेंगे। साथ ही, प्रधानमंत्री इस क्षेत्र में केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराएंगे कि पूर्वोत्तर भारत को विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मणिपुर दौरा राज्य की संवेदनशीलता और विकास की स्थिति को सुधारने की दिशा में बड़ा कदम है। 8500 करोड़ रुपये की परियोजनाएं न केवल मणिपुर के विकास को गति देंगी, बल्कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति और समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त करेंगी। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच यह दौरा उम्मीदों का संदेश लेकर आया है।