

इन हमलों में आधुनिक राफेल फाइटर जेट्स का उपयोग किया गया, जिनसे SCALP और HAMMER मिसाइलें लॉन्च की गईं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
SCALP मिसाइल, HAMMER मिसाइल और कामिकेज़ ड्रोन
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना (IAF) ने एक बार फिर अपनी सामरिक क्षमता और दृढ़ निश्चय का परिचय देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' नामक इस ऑपरेशन के तहत, IAF ने 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों पर तड़के सुबह सटीक मिसाइल हमले किए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इन हमलों में आधुनिक राफेल फाइटर जेट्स का उपयोग किया गया, जिनसे SCALP और HAMMER मिसाइलें लॉन्च की गईं। ये हमले जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाते हुए किए गए, जिसमें बहावलपुर स्थित मुख्य अड्डा भी शामिल था।
14 दिनों में ऑपरेशन की तैयारी
इस सख्त सैन्य कार्रवाई का कारण 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। महज 14 दिनों के भीतर, भारतीय वायुसेना ने सटीक रणनीति बनाकर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। यह ऑपरेशन न केवल आतंकवादियों को करारा जवाब था, बल्कि यह संदेश भी था कि अब आतंकवाद का कोई भी प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
SCALP मिसाइल
SCALP जिसे Storm Shadow भी कहा जाता है, एक लंबी दूरी तक मार करने वाली एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइल है। इसे खासतौर पर दुश्मन के सुरक्षित और अहम ठिकानों पर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है। करीब 1300 किलो वजन वाली इस मिसाइल को यूरोपीय रक्षा कंपनी MBDA ने बनाया है। SCALP की मारक क्षमता 500 किलोमीटर तक होती है और यह बेहद सटीकता के साथ लक्ष्य को भेदती है।
यह मिसाइल पहले भी इराक, सीरिया और यूक्रेन में सफलतापूर्वक उपयोग में लाई जा चुकी है। इसका डिज़ाइन ऐसा है कि यह दुश्मन की रडार की पकड़ में नहीं आती और गहराई में छिपे हुए बंकरों और सुरंगों को भी ध्वस्त कर देती है। राफेल और यूरोफाइटर जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स से इसे लॉन्च किया जा सकता है, जिससे भारतीय वायुसेना को एक रणनीतिक बढ़त मिलती है।
HAMMER मिसाइल
HAMMER (Highly Agile Modular Munition Extended Range) मिसाइल फ्रांस की Safran Electronics & Defense द्वारा निर्मित है। यह एक बहुउद्देश्यीय मिसाइल है जो अपने मॉड्यूलर डिज़ाइन की वजह से GPS, इंफ्रारेड और लेज़र गाइडेंस सिस्टम के साथ काम करती है। इसकी खासियत है कि यह न केवल स्थिर ठिकानों पर बल्कि चलते-फिरते लक्ष्यों पर भी सटीक वार कर सकती है।
HAMMER की मारक क्षमता लगभग 60 से 70 किलोमीटर तक होती है और इसका हल्का वजन इसे बेहद फुर्तीला बनाता है। ऑपरेशन सिंदूर में इसका उपयोग उन ठिकानों पर किया गया जो आतंकियों द्वारा मूव किए जा रहे थे, जिससे भारतीय वायुसेना ने उन्हें जड़ से खत्म कर दिया।
कामिकेज़ ड्रोन
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने कामिकेज़ ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। ये विशेष प्रकार के ड्रोन होते हैं जो आसमान में निगरानी करते हुए दुश्मन के ठिकानों का सटीकता से पता लगाते हैं। आवश्यकता पड़ने पर ये सीधे टारगेट पर हमला कर सकते हैं। कामिकेज़ ड्रोन या तो रिमोट से संचालित होते हैं या फिर ऑटोनॉमस मोड में काम करते हैं। इनकी तेज़ गति और उच्च तकनीकी क्षमता ने ऑपरेशन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर ने यह साबित कर दिया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतेगा। SCALP और HAMMER जैसी आधुनिक मिसाइल तकनीकों का उपयोग कर भारतीय वायुसेना ने आतंकियों के मजबूत समझे जाने वाले गढ़ों को ध्वस्त कर दिया। यह ऑपरेशन एक स्पष्ट संदेश है कि अब किसी भी आतंकी गतिविधि का जवाब कड़ी और निर्णायक कार्रवाई से दिया जाएगा।