

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर कुमार को दिल्ली पुलिस ने सोमवार देर रात हिरासत से रिहा कर दिया।
बी.आर. गवई
New Delhi: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर कुमार को दिल्ली पुलिस ने सोमवार देर रात हिरासत से रिहा कर दिया। पुलिस का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के अधिकारियों से कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली और आरोपी वकील से तीन घंटे तक पूछताछ के बाद उनकी सहमति से उन्हें रिहा किया गया।
सुरक्षाकर्मियों ने CJI को बचाया
यह घटना उस समय हुई, जब CJI बी.आर. गवई की बेंच एक मामले की सुनवाई कर रही थी। वकीलों के मुताबिक राकेश किशोर कुमार ने अचानक CJI की तरफ जूता फेंका, हालांकि जूता बेंच तक नहीं पहुंच पाया। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उसे पकड़ लिया और उसे कोर्ट परिसर से बाहर ले जाया।
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वकील का रजिस्ट्रेशन रद्द
घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने आरोपी वकील का लाइसेंस रद्द कर दिया है। उनका रजिस्ट्रेशन 2011 में हुआ था। इसके अलावा बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने भी उन्हें तुरंत निलंबित कर दिया है।
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पीएम मोदी ने चीफ जस्टिस बी.आर. गवई से की बात
आपको बता दें कि इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीफ जस्टिस बी.आर. गवई से बात की और इस कृत्य की कड़ी निंदा की। प्रधानमंत्री ने कहा, "मैंने भारत के मुख्य न्यायधीश बी.आर. गवई से बात की है। आज सुप्रीम कोर्ट परिसर में उन पर हुआ हमला हर भारतीय को क्रोधित कर गया है। हमारे समाज में ऐसे निंदनीय कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है। यह बेहद शर्मनाक है।"