लद्दाख हिंसा के पीछे सोनम वांगचुक का हाथ? डीजीपी ने लगाए पाक कनेक्शन और विदेशी फंडिंग के आरोप

लद्दाख पुलिस प्रमुख एस.डी. सिंह जामवाल ने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पर पाकिस्तान से संपर्क और लद्दाख में हालिया हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया है। वांगचुक को एनएसए के तहत गिरफ्तार कर जोधपुर जेल भेजा गया है। सरकार ने उन्हें लद्दाख की अशांति के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 27 September 2025, 5:22 PM IST
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Leh Ladakh: लद्दाख के डीजीपी एस.डी. सिंह जामवाल ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया कि सोनम वांगचुक का पाकिस्तान के साथ संपर्क है। डीजीपी के अनुसार, एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है, जो वांगचुक के संपर्क में था और सीमापार रिपोर्ट भेज रहा था। इस संबंध में पुलिस के पास रिकॉर्ड मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि सोनम वांगचुक पाकिस्तान और बांग्लादेश की यात्राएं कर चुके हैं, जो कई सवाल खड़े करती हैं। जामवाल के अनुसार, यह गतिविधियां देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं और जांच जारी है।

NSA के तहत गिरफ्तारी और जेल में शिफ्टिंग

शुक्रवार को सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया और उन्हें राजस्थान के जोधपुर सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। इससे पहले वे केंद्र शासित लद्दाख को राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे थे। वांगचुक ने अपनी गिरफ्तारी को केंद्र सरकार द्वारा रचा गया षड्यंत्र बताया और कहा कि जनता की मांगों से ध्यान हटाने के लिए उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है।

लद्दाख हिंसा

24 सितंबर की हिंसा में भड़काने का आरोप

डीजीपी जामवाल ने 24 सितंबर को लेह में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन को लेकर सोनम वांगचुक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन की हिंसा में चार लोगों की मौत हुई और 80 से अधिक लोग घायल हुए। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों और स्थानीय भाजपा कार्यालय में आग लगा दी। पुलिस का कहना है कि यह सब वांगचुक के भड़काऊ भाषणों का परिणाम था।

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केंद्र सरकार का रुख

सरकार ने लद्दाख में हालिया अशांति के लिए सीधे तौर पर सोनम वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया है। केंद्र का आरोप है कि वांगचुक ने जानबूझकर ऐसी बयानबाज़ी की जिससे अधिकारियों और लद्दाखी प्रतिनिधियों के बीच चल रही वार्ता पर असर पड़ा। सरकार का यह भी कहना है कि वांगचुक राजनीतिक रूप से प्रेरित समूहों के साथ मिलकर काम कर रहे थे, जो शांति प्रक्रिया को बाधित करना चाहते हैं।

FCRA उल्लंघन की जांच

डीजीपी ने यह भी कहा कि सोनम वांगचुक द्वारा मिले फंड की जांच की जा रही है, जो विदेशी फंडिंग (FCRA) के उल्लंघन के अंतर्गत आ सकता है। उन्होंने वांगचुक के भाषणों में ‘अरब स्प्रिंग’, ‘नेपाल आंदोलन’ और ‘बांग्लादेश की क्रांति’ जैसे उदाहरणों का उल्लेख भी चिंताजनक बताया।

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विदेशी ताकतों की संदिग्ध भूमिका

लद्दाख हिंसा में विदेशी हाथ के बारे में पूछे गए सवाल पर डीजीपी ने कहा कि जांच के दौरान दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वे किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हैं या नहीं, इसकी अभी जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नेपाली नागरिकों का मजदूरों के रूप में काम करने का इतिहास रहा है, इसलिए पूरी घटना में इनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।

Location : 
  • Leh Ladakh

Published : 
  • 27 September 2025, 5:22 PM IST

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