

दिल्ली मेट्रो ने मैजेंटा लाइन पर बिना ड्राइवर के मेट्रो संचालन की शुरुआत की है। पिंक लाइन पर भी इस प्रक्रिया को लागू किया जा रहा है। यह कदम डीएमआरसी के ऑटोमेशन और स्मार्ट परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है।
दिल्ली मेट्रो (Img: Google)
New Delhi: दिल्ली मेट्रो ने चालक रहित ट्रेनें चलाने में एक बड़ी सफलता हासिल की है। मजेंटा लाइन पर अब चालक रहित मेट्रो ट्रेनें चल रही हैं, जो दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह कदम शहरी परिवहन में स्वचालन को बढ़ावा देने और मेट्रो सेवाओं को और भी कुशल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।
मैजेंटा लाइन पर ड्राइवरलेस ट्रेन संचालन
दिल्ली मेट्रो ने हाल ही में मैजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम से बॉटनिकल गार्डन तक) पर चालक रहित ट्रेनें चलाने की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। इस बदलाव के साथ अब मेट्रो की ट्रेनों के संचालन में ट्रेन ऑपरेटरों की भूमिका समाप्त हो गई है। डीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि 2020 में दिल्ली मेट्रो ने पहले चरण में बिना ड्राइवर के ट्रेन संचालन की शुरुआत की थी और अब मैजेंटा लाइन पर यह पूरी प्रक्रिया सफलतापूर्वक लागू हो चुकी है।
ऑटोमेशन की हुई शुरुआत
मैजेंटा लाइन पर ड्राइवरलेस ट्रेन संचालन की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से लागू की गई। पहले चरण में, ट्रेन ऑपरेटर कैब में उपस्थित रहते हुए भी ट्रेन संचालन स्वचालित तरीके से किया गया। दूसरे चरण में ट्रेन ऑपरेटर की उपस्थिति को हर दूसरी ट्रेन तक सीमित कर दिया गया और अंततः 2025 में पूरी तरह से ड्राइवरलेस ट्रेन संचालन की शुरुआत हुई।
पिंक लाइन पर भी शुरू होगा ड्राइवरलेस ऑपरेशंस
दिल्ली मेट्रो ने पिंक लाइन पर भी ड्राइवरलेस ट्रेन संचालन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारी के अनुसार, मार्च 2025 से पिंक लाइन पर भी स्वचालित ट्रेन संचालन की प्रक्रिया लागू की जाएगी और जून 2025 तक इसे पूरी तरह से ड्राइवरलेस कर दिया गया।
दुनिया के सबसे बड़े ड्राइवरलेस मेट्रो नेटवर्क का हिस्सा
दिल्ली मेट्रो के इस स्वचालन कदम के बाद, यह दुनिया के सबसे बड़े ड्राइवरलेस मेट्रो नेटवर्क में से एक बन जाएगी। दिल्ली-एनसीआर में इसके 395 किलोमीटर नेटवर्क में से 97 किलोमीटर पूरी तरह से स्वचालित होंगे, जिससे यात्री यात्रा के दौरान अधिक सुरक्षित और निर्बाध अनुभव प्राप्त कर सकेंगे।
यात्रियों के लिए सुरक्षित और विश्वसनीय सेवा
डीएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि ड्राइवरलेस ट्रेन संचालन से यात्रियों को सुरक्षित, तेज, और अधिक विश्वसनीय यात्रा अनुभव मिलेगा। स्वचालन की प्रक्रिया मैन्युअल हस्तक्षेप को कम करती है और परिचालन दक्षता को बढ़ाती है, जिससे मेट्रो सेवा और भी बेहतर हो रही है।
चौथे चरण में और अधिक स्वचालित गलियारे
दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण में तीन महत्वपूर्ण कॉरिडोर पर चालक रहित ट्रेन परिचालन भी लागू होगा। इनमें आरके आश्रम मार्ग से जनकपुरी पश्चिम (मैजेंटा लाइन का विस्तार), एरोसिटी से तुगलकाबाद (नई गोल्डन लाइन) और मजलिस पार्क से मौजपुर (पिंक लाइन का विस्तार) शामिल हैं।