

जम्मू कश्मीर में होने वाले राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस ने चुनाव न लड़ने का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। पार्टी के प्रदेश प्रमुख तारिक कर्रा ने बताया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा ‘सुरक्षित सीट’ से इनकार करने के बाद यह निर्णय लिया गया। कांग्रेस के इस फैसले से राज्य की राजनीतिक रणनीति पर असर पड़ सकता है।
कांग्रेस का बड़ा ऐलान
Jammu: जम्मू कश्मीर में आगामी राज्यसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख तारिक कर्रा ने इस बात की घोषणा की है कि उनकी पार्टी इन चुनावों में भाग नहीं लेगी। इस फैसले के पीछे का कारण भी स्पष्ट किया गया है, जिसमें उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा 'सुरक्षित सीट' से इनकार करने को मुख्य वजह बताया है।
तारिक कर्रा ने क्या कहा?
जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख तारिक कर्रा ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि राज्यसभा चुनाव में उनकी पार्टी का न लड़ने का फैसला मुख्य रूप से नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा कांग्रेस के लिए ‘सुरक्षित सीट’ का प्रस्ताव न देने की वजह से लिया गया है। उन्होंने कहा, "जब सहयोगी पार्टी ने सुरक्षित सीट का प्रस्ताव देने से इनकार किया तो कांग्रेस को यह निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।"
बुलंदशहर में अवैध संबंध बनाने के बाद आशिक का मर्डर, आखिर परिवार के 5 लोग कैसे बने जल्लाद?
सीटों के बंटवारे में असहमति
राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस का हिस्सा न होने के पीछे एक अन्य कारण यह भी हो सकता है कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर कोई स्पष्ट समझौता नहीं हो पाया। कश्मीर में पार्टी की स्थिति को देखते हुए, कांग्रेस के लिए इस चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना आसान नहीं था। तारिक कर्रा ने कहा कि उनकी पार्टी का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में जनहित में काम करना है और पार्टी चुनावों में शामिल होकर अपनी स्थिति को मजबूत नहीं करना चाहती।
कांग्रेस को 'सुरक्षित सीट' से इनकार
तारिक कर्रा ने यह भी बताया कि कांग्रेस ने पहले राज्यसभा चुनावों में अपनी उम्मीदवारी के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस से 'सुरक्षित सीट' का अनुरोध किया था। लेकिन, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस को यह सीट देने से इनकार कर दिया। यही कारण था कि कांग्रेस ने इस चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया। कश्मीर में राजनीतिक समीकरणों में इस तरह के छोटे-छोटे विवाद आम होते हैं, जिनका असर चुनावों में नजर आता है।
सांसद रमाशंकर ने ओम प्रकाश राजभर को बताया “पलटू राम”, जानें क्यों दिया इतना बड़ा बयान
राज्यसभा चुनावों के लिए जम्मू कश्मीर में 4 सीटें खाली
जम्मू कश्मीर में चार राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं, जिनकी अहमियत प्रदेश की राजनीति में हमेशा रही है। राज्यसभा चुनाव में भाग लेने वाली प्रमुख पार्टियों के बीच इन सीटों के बंटवारे को लेकर पहले से ही चर्चा जारी है। कांग्रेस का इस चुनाव से बाहर होना राजनीतिक घटनाक्रम में एक नया मोड़ है, क्योंकि राज्यसभा चुनाव कश्मीर की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण साबित होते हैं।
जम्मू कश्मीर में चुनावी रणनीति
कांग्रेस का इस चुनाव से बाहर होना राज्य की राजनीतिक रणनीति पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। पार्टी के लिए यह फैसला एक ओर झटका हो सकता है, क्योंकि कांग्रेस जम्मू कश्मीर में एक मजबूत उपस्थिति बनाने की कोशिश कर रही थी। हालांकि, तारिक कर्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी भविष्य में जम्मू कश्मीर की राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेगी और इस फैसले से पार्टी का भविष्य तय नहीं होता।