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दिल्ली के लाल किले के सामने हुए कार धमाके को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा खुलासा किया है। 40 किलो विस्फोटक के इस्तेमाल और व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल से जुड़े इस केस में NIA ने अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
लाल किले के पास हुए बम ब्लास्ट के बाद मौके पर पहुंचे अमित शाह (File Photo)
New Delhi: दिल्ली के दिल में लाल किले के सामने हुआ कार धमाका उस वक्त सिर्फ एक ब्लास्ट नहीं था, बल्कि एक बड़ी आतंकी साजिश की झलक थी। इस मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐसा खुलासा किया है, जिसने हर किसी को चौंका दिया है। गृह मंत्री के मुताबिक इस धमाके में करीब 40 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था, जबकि इससे पहले ही सुरक्षा एजेंसियां तीन टन विस्फोटक बरामद कर चुकी थी। साफ है कि मंशा सिर्फ दहशत फैलाने की नहीं, बल्कि बड़े नुकसान की थी।
ब्लास्ट से पहले ही पूरी टीम गिरफ्त में
अमित शाह ने बताया कि इस साजिश में शामिल पूरी टीम को ब्लास्ट से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्होंने कहा कि इस पूरे नेटवर्क की जांच देश की सभी एजेंसियों ने मिलकर बेहद प्रभावी तरीके से की। यही वजह रही कि एक बड़ी तबाही टल गई। गृह मंत्री ने एजेंसियों की तारीफ करते हुए कहा कि समन्वय और सतर्कता की वजह से आतंकियों के मंसूबों पर समय रहते पानी फेर दिया गया।
NIA की कार्रवाई, 9 आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली ब्लास्ट मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA ने इस केस में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में डॉक्टर मुजम्मिल, अदील राथर और शाहीन सईद जैसे पढ़े-लिखे लोग शामिल हैं, वहीं एक मौलवी इरफान का नाम भी सामने आया है। जांच एजेंसी का कहना है कि यह पूरा मामला जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा उजागर किए गए व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है।
कार धमाके की साजिश कैसे रची गई
NIA के अनुसार, 10 नवंबर को मुजम्मिल का दोस्त उमर विस्फोटक से भरी हुंडई i-20 कार चला रहा था। उमर को ही इस आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है। इसी कार में धमाका हुआ था, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी। जांच में सामने आया है कि साजिश बेहद सुनियोजित थी और इसे अंजाम देने से पहले कई स्तरों पर तैयारी की गई थी।
व्हाइट कॉलर टेरर पर एजेंसियों की नजर
इस मामले ने एक बार फिर व्हाइट कॉलर टेरर की गंभीरता को उजागर कर दिया है, जहां पढ़े-लिखे और समाज में सम्मानित माने जाने वाले लोग भी आतंकी नेटवर्क का हिस्सा बन रहे हैं। फिलहाल NIA इस पूरे नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में जुटी है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।