

उज्जैन में शिप्रा नदी में गिरी पुलिस की कार में थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव बरामद हो गया। हादसा तब हुआ जब वह दो पुलिसकर्मियों के साथ वापस लौट रहे थे। एनडीआरएफ की टीम दोनों अन्य पुलिसकर्मियों की तलाश में जुटी है।
थाना प्रभारी अशोक शर्मा (फाइल फोटो)
Bhopal: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। शिप्रा नदी के पुल से एक पुलिस की कार गिर गई, जिसमें तीन पुलिसकर्मी सवार थे। इस दुर्घटना में थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव बरामद किया जा चुका है, जबकि महिला कॉन्स्टेबल आरती पाल और सब-इंस्पेक्टर मदनलाल की तलाश जारी है। यह हादसा बीती रात हुआ और घटना के बाद से पुलिस महकमे में शोक की लहर फैल गई है।
दरअसल जानकारी के अनुसार, थाना प्रभारी अशोक शर्मा, महिला कॉन्स्टेबल आरती पाल और सब-इंस्पेक्टर मदनलाल, तीनों एक केस की जांच के सिलसिले में उज्जैन से उन्हेल लौट रहे थे। वे शिप्रा नदी के पास पहुंचे थे कि उनकी कार अचानक अनियंत्रित होकर पुल से नदी में गिर गई। हादसे के बाद से ही तीनों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। उनके मोबाइल फोन भी बंद थे और आखिरी लोकेशन शिप्रा पुल के आसपास मिली थी, जिसके बाद पुलिस और रेस्क्यू टीम ने त्वरित कार्रवाई शुरू की।
कॉन्स्टेबल और सब-इंस्पेक्टर लापता
एनडीआरएफ की टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर गोताखोरों के साथ खोजबीन शुरू की, लेकिन नदी का तेज बहाव और गहराई के कारण सर्च ऑपरेशन में मुश्किलें आ रही थीं। सुबह जब रेस्क्यू ऑपरेशन फिर से शुरू हुआ, तो थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव भैरवगढ़ पुल के नीचे से बरामद किया गया। अभी तक महिला कॉन्स्टेबल और सब-इंस्पेक्टर का कोई सुराग नहीं मिल सका है।
उज्जैन के एसपी प्रदीप शर्मा ने इस घटना को दुखद बताया। उन्होंने कहा, "हमारे उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा और उनके साथ सब-इंस्पेक्टर मदनलाल और महिला कॉन्स्टेबल आरती पाल 14 साल की एक लापता बच्ची की तलाश में उज्जैन से रवाना हुए थे। यही हादसा हुआ और उनकी कार पुल से गिर गई। एनडीआरएफ की टीम सर्च ऑपरेशन में जुटी हुई है।"
घटना की जानकारी मिलते ही पूरे पुलिस विभाग में शोक का माहौल है। वरिष्ठ अधिकारियों ने घटना के कारणों की जांच के लिए विशेष टीम बनाई है। सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है और उम्मीद जताई जा रही है कि बाकी दो पुलिसकर्मियों का पता जल्दी चल जाएगा।