

सावन में व्रत, पूजा और मौसम को ध्यान में रखते हुए खानपान, स्वच्छता और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
सावन 2025 (सोर्स- इंटरनेट)
New Delhi: सावन का महीना हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इसमें श्रद्धालु व्रत, उपवास और पूजन-अर्चना कर धार्मिक लाभ प्राप्त करते हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवादददाता के मुताबिक सावन का महीना न केवल आस्था से जुड़ा है, बल्कि यह माह परिवर्तन का भी समय होता है। इसलिए इस दौरान लोगों को स्वास्थ्य और जीवनशैली से जुड़ी कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. खानपान में रखें संयम
सावन में बारिश के कारण नमी और गंदगी बढ़ जाती है, जिससे पेट से जुड़ी बीमारियों का खतरा रहता है। ऐसे में बाहर का तला-भुना और सड़क किनारे का खानपान पूरी तरह से टालना चाहिए। घर का बना हल्का और सात्विक भोजन करें। हरी सब्जियां, मौसमी फल और गर्म पानी पीने की आदत डालें।
2. व्रत के दौरान संतुलन बनाए रखें
सावन में कई लोग सोमवार का व्रत रखते हैं। व्रत के दौरान शरीर में कमजोरी न आए, इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और फल, दूध, और सूखे मेवों का सेवन करें। अत्यधिक उपवास से शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है।
3. साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
सावन में संक्रमण फैलने की आशंका अधिक होती है। ऐसे में शरीर की सफाई, कपड़ों की स्वच्छता और घर के आसपास की सफाई पर ध्यान देना जरूरी है। नियमित रूप से हाथ धोना और नहाना न भूलें।
4. पूजा-पाठ में रखें शुद्धता का ध्यान
भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र, गंगाजल, कच्चा दूध, भस्म और धतूरा चढ़ाना शुभ माना जाता है। पूजा करते समय मन और तन की शुद्धता बनाए रखना जरूरी है। सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
5. स्वास्थ्य का रखें ध्यान
सावन के माह बारिश अधिक होती है ऐसे में भीगने से सर्दी-जुकाम और वायरल बुखार का खतरा रहता है। वहीं कुछ लोग इस दौरान व्रत रखते हैं, जो जल्दी बीमार हो जाते हैं। बिना छाते या रेनकोट के बाहर न निकलें। अगर भीग जाएं तो तुरंत सूखे कपड़े पहनें और गरम पेय लें।
सावन का महीना भक्ति, आस्था और संयम का प्रतीक है। यदि इन बातों का ध्यान रखा जाए तो यह महीना मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है।