Shardiya Navratri 2025: दुर्गा अष्टमी कब है, जानें पूजा विधि और नियम

दुर्गा महाअष्टमी 2025 इस बार 30 सितंबर, मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन महागौरी की पूजा, कन्या पूजन और हवन का विशेष महत्व है। इस दिन पूरे भारत में भक्त माता की विशेष आराधना करते हैं। कई जगह भव्य पंडाल सजाए जाते हैं, तो कई घरों में विधि-विधान से पूजा-अर्चना होती है। जानें क्या करें और क्या न करें।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 24 September 2025, 6:03 PM IST
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New Delhi: हिंदू धर्म में नवरात्रि का आठवां दिन, यानी महाअष्टमी, विशेष महत्व रखता है। यह दिन मां दुर्गा की महागौरी स्वरूप की पूजा को समर्पित होता है। शारदीय नवरात्रि 2025 की महाअष्टमी इस साल 30 सितंबर, मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन पूरे भारत में भक्त माता की विशेष आराधना करते हैं। कई जगह भव्य पंडाल सजाए जाते हैं, तो कई घरों में विधि-विधान से पूजा-अर्चना होती है।

महाअष्टमी का महत्व

महाअष्टमी का दिन शक्ति की उपासना और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। माना जाता है कि इस दिन मां दुर्गा की पूजा करने से जीवन से सभी दुख-दर्द दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है। भक्त इस दिन उपवास रखते हैं और पूजा-पाठ कर आशीर्वाद मांगते हैं। विशेष रूप से महागौरी की पूजा से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

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कन्या पूजन का महत्व

पूजन विधि

  • इस दिन भक्त मां दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर को जल से स्नान कराते हैं, जिसे ‘महास्नान’ कहा जाता है। पूजा में फूल, चावल, कुमकुम, वस्त्र, आभूषण, फल और मिठाई अर्पित की जाती है।
  • मंत्र जाप के साथ पुष्प चढ़ाए जाते हैं।
  • कन्या पूजन और भोजन कराने की परंपरा इस दिन विशेष रूप से निभाई जाती है। मान्यता है कि नौ कन्याओं को भोजन कराना और उन्हें उपहार देना, मां दुर्गा को प्रसन्न करने का सबसे सरल और प्रभावी उपाय है।
  • कई लोग इस दिन हवन भी करते हैं और यज्ञ में आहुति देकर घर-परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।

अस्त्र पूजा का महत्व

महाअष्टमी का एक और विशेष पहलू है अस्त्र पूजा। इस दिन देवी दुर्गा के शस्त्रों की पूजा की जाती है। इसे ‘वीर अष्टमी’ भी कहा जाता है। परंपरागत रूप से इस दिन योद्धा, किसान और यहां तक कि कलाकार भी अपने औजारों की पूजा करते हैं, ताकि उनके कार्यों में सफलता और सुरक्षा बनी रहे।

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क्या करें और क्या न करें?

  • महाअष्टमी पर जहां कुछ कार्य करना शुभ माना जाता है, वहीं कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है।
  • इस दिन लाल, पीले और हरे जैसे शुभ रंग पहनना लाभकारी माना जाता है।
  • काला, सफेद और नीला रंग पहनने से बचना चाहिए, क्योंकि इन्हें अशुभ माना जाता है।
  • पूजा में दूध का प्रयोग वर्जित माना गया है। यदि प्रयोग करना हो तो सावधानी से करें और यह सुनिश्चित करें कि दूध गिरकर अपवित्र न हो।
  • नवरात्रि व्रत कर रहे लोग इस दिन सात्विक आहार ही ग्रहण करें और मांसाहार, शराब जैसी चीजों से दूर रहें।

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भक्तों की आस्था

नवरात्रि की महाअष्टमी पर जगह-जगह भक्त गरबा और डांडिया जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। मंदिरों और पंडालों में भारी भीड़ उमड़ती है। हर कोई मां से सुख, शांति और स्वास्थ्य की कामना करता है।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 24 September 2025, 6:03 PM IST