

अगर आपको दिनभर बार-बार पेशाब जाने की जरूरत महसूस होती है तो अपनाएं ये उपाय
बार-बार पेशाब आने की समस्या से परेशान
नई दिल्ली: अगर आपको दिनभर बार-बार पेशाब जाने की जरूरत महसूस होती है या नींद के दौरान भी कई बार उठना पड़ता है, तो यह सिर्फ एक मामूली आदत नहीं, बल्कि एक गंभीर स्वास्थ्य संकेत हो सकता है। बार-बार पेशाब आना एक आम समस्या है, जो किसी भी उम्र में हो सकती है। खासकर बुजुर्ग, मिडिल एज के लोग, प्रेग्नेंट महिलाएं या फिर प्रोस्टेट की समस्या से जूझ रहे पुरुषों में यह अधिक देखने को मिलती है। हालांकि, कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर इस समस्या को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।
स्वस्थ व्यक्ति दिन में औसतन 6 से 8 बार पेशाब करता है, लेकिन जब यह संख्या 10 से ऊपर पहुंच जाए, तो सतर्क हो जाना चाहिए। बार-बार पेशाब आने के पीछे डायबिटीज, यूरिन इंफेक्शन, प्रोस्टेट की समस्या या फिर अत्यधिक पानी पीने जैसी कई वजह हो सकती हैं। लेकिन कुछ घरेलू नुस्खे इस समस्या को जड़ से खत्म करने में कारगर साबित हो सकते हैं।
अनार का छिलका – बैक्टीरिया से मुकाबला
अनार का छिलका एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। इसमें मौजूद तत्व ई.कोली जैसे बैक्टीरिया से लड़ने में सक्षम होते हैं, जो यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) के लिए जिम्मेदार होता है। अनार के सूखे छिलके का पाउडर बनाकर पानी के साथ सेवन करें। इससे पेशाब बार-बार आने की समस्या में आराम मिलेगा।
मेथी के बीज – डायबिटीज और यूरिन को कहें अलविदा
मेथी के बीज में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं। यह शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है, जो डायबिटीज और बार-बार पेशाब आने की मुख्य वजहों में से एक है। रातभर भिगोकर रखे गए मेथी बीज सुबह खाली पेट लें या इसका पाउडर गर्म पानी के साथ ले सकते हैं।
आंवला – इम्युनिटी और ब्लड शुगर में सुधार
आंवला विटामिन C से भरपूर होता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के साथ ही ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करता है। इसके नियमित सेवन से यूरिन पर कंट्रोल करने की शक्ति बढ़ती है। एक चम्मच आंवले का रस शहद के साथ दिन में दो बार लें।
तुलसी – प्राकृतिक रोगनाशक
तुलसी के पत्तों में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण यूरिनरी इंफेक्शन को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं। तुलसी के 4–5 पत्तों को चबाना या उसका रस लेना इस समस्या में बहुत उपयोगी है।
जीरा – पेट और यूरिन सिस्टम की सफाई
जीरा पाचन में सुधार करता है और बैक्टीरिया को खत्म करने में सहायता करता है। एक चम्मच जीरे को पानी में उबालकर छान लें और ठंडा होने पर पिएं। इसे दिन में दो बार सेवन करने से आराम मिलता है।
क्रैनबेरी जूस – संक्रमण से सुरक्षा
क्रैनबेरी जूस यूरिन इन्फेक्शन में प्राकृतिक दवा के रूप में काम करता है। यह बैक्टीरिया को ब्लैडर की दीवारों पर चिपकने से रोकता है। अगर आप लगातार यूटीआई की समस्या से जूझ रहे हैं, तो क्रैनबेरी जूस को डाइट में जरूर शामिल करें।