

नेपाल में जारी हिंसा के बीच राहत देने वाली खबर सामने आई है, तीन दिन से बंद भारत-नेपाल बॉर्डर को आखिरकार खोल दिया गया हैं। तीन दिन की सख्ती के बाद गुरुवार को अलीगढ़वा सीमा पर थोड़ी नरमी दिखाई गई। सीमा खुलते ही हजारों की संख्या में नेपाली नागरिक अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए उमड़ पड़े।
बाजार में खरीदारों की भीड़
Siddharthnagar: नेपाल में जारी हिंसा के बीच राहत देने वाली खबर सामने आई है, तीन दिन से बंद भारत-नेपाल बॉर्डर को आखिरकार खोल दिया गया हैं।
गुरुवार को अलीगढ़वा सीमा पर थोड़ी नरमी दिखाई गई। सीमा खुलते ही हजारों की संख्या में नेपाली नागरिक अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए उमड़ पड़े। गुरुवार को साप्ताहिक बाजार का दिन भी था, लिहाज़ा सीमा पर खरीददारों की भीड़ उमड़ पड़ी। नेपाल के 30 किलोमीटर दूर तक के गांवों से लोग यहां पहुंचे और तीन दिनों की कमी को पूरा करने के लिए जमकर खरीदारी की।
बाजार में भीड़ का आलम यह रहा कि लोग थोक में राशन, सब्जी, दाल-चावल और घर-गृहस्थी का सामान खरीदते नजर आए। हर किसी के चेहरे पर राहत झलक रही थी, मानो तीन दिन से रुकी हुई जिंदगी अब वापस पटरी पर लौट आई हो। सीमा पार करने वालों की भीड़ इतनी थी कि एसएसबी जवान लगातार पहचान पत्र मिलान कराते रहे।
तीन दिन की सख्ती के बाद गुरुवार को अलीगढ़वा सीमा पर थोड़ी नरमी दिखाई गई। सीमा खुलते ही हजारों की संख्या में नेपाली नागरिक अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए उमड़ पड़े। गुरुवार को साप्ताहिक बाजार का दिन भी था, लिहाज़ा सीमा पर खरीददारों की भीड़ उमड़ पड़ी। नेपाल के 30 किलोमीटर दूर तक के गांवों से लोग यहां पहुंचे और तीन दिनों की कमी को पूरा करने के लिए जमकर खरीदारी की।
बाजार में भीड़ का आलम यह रहा कि लोग थोक में राशन, सब्जी, दाल-चावल और घर-गृहस्थी का सामान खरीदते नजर आए। हर किसी के चेहरे पर राहत झलक रही थी, मानो तीन दिन से रुकी हुई जिंदगी अब वापस पटरी पर लौट आई हो। सीमा पार करने वालों की भीड़ इतनी थी कि एसएसबी जवान लगातार पहचान पत्र मिलान कराते रहे।