भारत का आसमानी योद्धा तैयार, बढ़ी इंडियन एयरफोर्स की ताकत; आसमान में गरजा देश का पहला तेजस Mk1A फाइटर जेट

भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस Mk1A ने 17 अक्टूबर को नासिक से सफल उड़ान भरी। यह मल्टी-रोल फाइटर जेट वायुसेना को नई ताकत देगा।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 17 October 2025, 3:33 PM IST
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New Delhi: भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। देश का पहला स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस Mk1A शुक्रवार (17 अक्टूबर) को सफलतापूर्वक उड़ान भरने में कामयाब रहा। यह उड़ान हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की नासिक फैक्ट्री से पूरी की गई। इसके साथ ही HAL ने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के लिए तीसरी प्रोडक्शन लाइन और HTT-40 ट्रेनर विमान की दूसरी प्रोडक्शन लाइन का उद्घाटन भी किया।

4.5 पीढ़ी का अत्याधुनिक फाइटर जेट

तेजस Mk1A को 4.5 जेनरेशन का मल्टी-रोल फाइटर जेट माना जा रहा है। यह न सिर्फ हवाई रक्षा मिशन के लिए बल्कि ग्राउंड अटैक ऑपरेशन के लिए भी सक्षम है। इस विमान में अत्याधुनिक एवियॉनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम और रडार तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।

HAL के मुताबिक, तेजस Mk1A के सभी ट्रायल पूरी तरह सफल रहे हैं और अब यह भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होने के लिए तैयार है।

मिग-21 के बाद तेजस पर बड़ी जिम्मेदारी

भारतीय वायुसेना ने हाल ही में 26 सितंबर को मिग-21 विमानों को रिटायर किया था। ऐसे में तेजस Mk1A अब देश की हवाई सीमाओं की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएगा। वायुसेना के लिए यह विमान न केवल मिग-21 का विकल्प बनेगा, बल्कि रक्षा आत्मनिर्भरता (Atmanirbhar Bharat) की दिशा में भी बड़ा कदम साबित होगा।

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तेजस Mk1A की रफ्तार 2200 किमी प्रति घंटे से अधिक है और इसे ब्रह्मोस मिसाइल समेत कई स्वदेशी हथियारों से लैस किया जाएगा।

HAL की उपलब्धि

तेजस Mk1A का सफल परीक्षण भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता और तकनीकी आत्मनिर्भरता का प्रमाण है। HAL के चेयरमैन ने बताया कि यह विमान “पूरी तरह से भारत में डिजाइन, विकसित और निर्मित” किया गया है। आने वाले वर्षों में तेजस Mk1A की सीरिज प्रोडक्शन बढ़ाई जाएगी ताकि भारतीय वायुसेना की जरूरतें पूरी की जा सकें।

भारत ने इस परियोजना के तहत न केवल अत्याधुनिक रडार और हथियार प्रणाली विकसित की है, बल्कि मेंटेनेंस और मरम्मत की लागत भी कम करने में सफलता पाई है।

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तेजस के नए वर्जन से बढ़ेगी वायुसेना की ताकत

तेजस Mk1A, पहले वाले तेजस संस्करण से काफी बेहतर और अधिक घातक है। इसमें डिजिटल फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम, रडार वॉर्निंग रिसीवर और एयर-टू-एयर व एयर-टू-ग्राउंड मिसाइल सिस्टम शामिल हैं। इससे भारतीय वायुसेना को मल्टी-थ्रेट मिशन संभालने की क्षमता मिलेगी।

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  • 17 October 2025, 3:33 PM IST