

नेपाल में जारी हिंसा ने राजनीतिक संकट को गहरा दिया है। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने इस्तीफा दे दिया है। हालात तब और बिगड़ गए जब उग्र भीड़ ने पूर्व डिप्टी पीएम के आवास पर हमला कर दिया। राजधानी समेत कई हिस्सों में तनाव का माहौल है।
राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी इस्तीफा
Kathmandu: नेपाल में हिंसा लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे देश गहरे राजनीतिक संकट में फंस गया है। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने इस्तीफा दे दिया है, जबकि प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।हाल ही में उग्र भीड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री के आवास पर हमला कर उनके घर में आग लगा दिया। इस आगजनी में उनकी पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि राजलक्ष्मी को गंभीर चोटें आईं थीं।
नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनरेशन-Z का आंदोलन अब हिंसक तख्तापलट में बदल चुका है। प्रधानमंत्री ओली और राष्ट्रपति पौडेल के इस्तीफे के बाद सरकार पूरी तरह बिखर चुकी है। देशभर में हिंसा, आगजनी और नेताओं पर हमले जारी हैं। अब तक दर्जनों लोग मारे जा चुके हैं और भारत ने भी नेपाल दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी है।
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बता दें कि नेपाल इस समय अपने इतिहास के सबसे गंभीर राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। सोशल मीडिया बैन और कथित भ्रष्टाचार के विरोध में शुरू हुआ जनरेशन-Z का आंदोलन अब एक व्यापक जनविद्रोह का रूप ले चुका है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल समेत सभी प्रमुख मंत्रियों के इस्तीफे के बाद देश की सत्ता पूरी तरह से खाली हो गई है। राजधानी काठमांडू समेत कई प्रमुख शहरों में हिंसक झड़पें, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं। अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 400 से अधिक लोग घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में आग लगा दी और प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति व गृहमंत्री के आवासों पर हमला किया।
स्थिति तब और भयावह हो गई जब गुस्साई भीड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को उनके आवास में घुसकर पीटा। वित्त मंत्री विष्णु पौडेल को सरेआम पीटा गया और उनके सीने पर लात मारते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घरों को भी आग के हवाले कर दिया गया है।
नेपाल की इस अराजक स्थिति का असर भारत पर भी पड़ा है। दिल्ली स्थित नेपाल दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नेपाल में जारी हिंसा ने पूरे दक्षिण एशिया को चिंता में डाल दिया है और वहां लोकतंत्र की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।