

बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस ने 2025 के अंतिम तीन महीनों में यूरोप में एक भयानक युद्ध की भविष्यवाणी की है। रूस-यूक्रेन संघर्ष और वैश्विक तनावों के बीच ये चेतावनी और भी गंभीर मानी जा रही है। इतिहास में इनकी सटीक भविष्यवाणियों को देखते हुए दुनिया फिर से सतर्क हो गई है।
बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी
New Delhi: दुनिया के दो सबसे चर्चित भविष्यवक्ताओं बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस, की भविष्यवाणियों ने एक बार फिर वैश्विक चिंता को बढ़ा दिया है। 2025 के बचे हुए तीन महीनों के लिए दोनों ने यूरोप में एक भीषण युद्ध की चेतावनी दी है। जो वैश्विक राजनीति को हिला सकता है। भले ही ये भविष्यवाणियां हों, लेकिन इतिहास इस बात का गवाह रहा है कि इन दोनों की कई भविष्यवाणियां अतीत में सच साबित हुई हैं।
बाबा वेंगा, जो बाल्कन क्षेत्र की एक दृष्टिहीन भविष्यवक्ता थीं, उन्होंने 2025 के अंतिम महीनों को लेकर कहा है कि यूरोप का एक बड़ा हिस्सा युद्ध की चपेट में आ जाएगा। इस भविष्यवाणी के केंद्र में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध है, जो अभी तक शांत नहीं हो पाया है। हालांकि हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच शांति वार्ता हुई थी, लेकिन हालात में कोई विशेष सुधार देखने को नहीं मिला है। इस बीच, बाबा वेंगा का मानना है कि रूस इस युद्ध से और भी शक्तिशाली होकर उभरेगा और बाकी यूरोपीय देशों को भारी क्षति उठानी पड़ेगी। यह बात न केवल भौगोलिक संतुलन को प्रभावित करेगी, बल्कि विश्व राजनीति की दिशा भी बदल सकती है।
बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी
16वीं सदी के प्रसिद्ध फ्रांसीसी भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने अपनी किताब "लेस प्रोफेटिज़" में 2025 के अंत में एक क्रूर और व्यापक युद्ध की चेतावनी दी थी। उनकी भविष्यवाणी के अनुसार, कई यूरोपीय देश आपसी संघर्ष में उलझेंगे और इंग्लैंड भी इस युद्ध का हिस्सा बनेगा। नास्त्रेदमस के अनुसार वर्ष का अंत रक्त से सनेगा, जब पुराने समझौते टूटेंगे और नई शक्तियाँ उभरेंगी। उनकी यह बात सीधे बाबा वेंगा की भविष्यवाणी से मेल खाती है, जिससे इस बात की संभावना और भी प्रबल हो जाती है कि यूरोप एक बड़ी राजनीतिक और सैन्य उथल-पुथल की ओर बढ़ रहा है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे संबंध किसी से छिपे नहीं हैं। हाल ही में दोनों चीन में आयोजित एससीओ शिखर सम्मेलन में मिले थे। इस बैठक में क्षेत्रीय मुद्दों के साथ-साथ रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा हुई, लेकिन समाधान निकलता नजर नहीं आया। ऐसे में भारत की भूमिका भविष्य में एक संतुलन साधने वाले देश की हो सकती है, लेकिन युद्ध अगर वैश्विक स्तर पर फैलता है तो भारत को भी इसकी राजनयिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी
इतिहास बताता है कि बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस की कई भविष्यवाणियां पहले सच साबित हो चुकी हैं। बाबा वेंगा ने 9/11 हमले, सोवियत संघ के टूटने और चेर्नोबिल त्रासदी जैसी घटनाओं की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी। वहीं, नास्त्रेदमस ने फ्रांस के राजा हेनरी द्वितीय की मृत्यु, द्वितीय विश्व युद्ध और यहां तक कि हिटलर के उदय का उल्लेख भी किया था। जब ऐसे दो विश्वप्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं की बातें एक जैसी दिशा में इशारा करती हैं, तो उन्हें पूरी तरह नज़रअंदाज़ करना मुश्किल हो जाता है।
भविष्यवाणियां हमेशा संभावनाओं पर आधारित होती हैं, और इनका तात्कालिक आधार निश्चित नहीं कहा जा सकता। लेकिन मौजूदा हालात को देखें, तो रूस और यूक्रेन के बीच तनाव अभी भी चरम पर है। नाटो और रूस के बीच तनातनी बढ़ रही है। इंग्लैंड सहित अन्य यूरोपीय देश भी युद्ध की तैयारी की स्थिति में हैं।