

सुबह से शाम तक थकान और कमजोरी महसूस करना सिर्फ नींद की कमी नहीं, बल्कि आपकी कुछ रोजमर्रा की गलत आदतों का नतीजा हो सकता है। जानिए किन आदतों को बदलने से मिलेगा ऊर्जा और सेहत दोनों का लाभ।
थकान
New Delhi: अगर आप भी सुबह उठते ही खुद को थका हुआ महसूस करते हैं, ऑफिस में बार-बार जम्हाई लेते हैं और शाम तक हर काम बोझ लगने लगता है, तो यह केवल नींद की कमी का नतीजा नहीं हो सकता। विशेषज्ञों के अनुसार, यह आपकी कुछ ऐसी आदतों का नतीजा हो सकता है जो आपके शरीर की ऊर्जा को चुपचाप खत्म कर रही हैं।
डॉक्टर का कहना हैं कि थकावट के लिए हमेशा उम्र या काम का दबाव जिम्मेदार नहीं होता। कई बार छोटी-छोटी लापरवाहियाँ बड़ी समस्याओं को जन्म देती हैं। यदि समय रहते इन्हें नहीं सुधारा गया, तो यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल सकती हैं।
1. नींद का अनियमित समय
अगर आपकी नींद का कोई तय समय नहीं है, या आप देर रात तक जागते हैं और सुबह जल्दी उठ जाते हैं, तो शरीर को पूरी तरह से रीकवर होने का मौका नहीं मिलता। इससे केवल थकान ही नहीं, बल्कि चिड़चिड़ापन, कमजोरी और एकाग्रता में कमी भी आती है।
2. सुबह का नाश्ता छोड़ना
जल्दी में कई लोग नाश्ता स्किप कर देते हैं, जिससे शरीर को दिन की शुरुआत के लिए जरूरी ऊर्जा नहीं मिलती। इससे दिनभर सुस्ती और थकावट महसूस होती है।
3. पानी की कमी
पानी कम पीने से डिहाइड्रेशन होता है, जिससे सिरदर्द, कमजोरी और सुस्ती हावी हो जाती है। विशेषज्ञ दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की सलाह देते हैं। ठंड के मौसम में गुनगुना पानी लेना फायदेमंद होता है।
4. बहुत ज्यादा स्क्रीन टाइम
मोबाइल, लैपटॉप और टीवी पर ज्यादा समय बिताने से आंखों और दिमाग पर दबाव पड़ता है। इससे मानसिक थकान बढ़ती है और शरीर का एनर्जी लेवल गिरता है। हर 30 मिनट में स्क्रीन से ब्रेक लें और आंखों को आराम दें।
5. शारीरिक गतिविधि की कमी
अगर आप दिनभर कुर्सी पर बैठे रहते हैं और कोई फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते, तो शरीर की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और आप आलसी महसूस करते हैं। हल्की वॉक या स्ट्रेचिंग से शुरुआत करें।
6. नकारात्मक सोच और तनाव
लगातार चिंतित रहना या नकारात्मक विचारों में उलझे रहना मानसिक थकान का कारण बनता है, जो धीरे-धीरे शारीरिक थकान में तब्दील हो जाती है।