

बॉलीवुड और टेलीविजन इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता और निर्माता धीरज कुमार का मुंबई में 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया। फिल्म ‘हीरा पन्ना’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘बहारों फूल बरसाओ’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीतने वाले धीरज कुमार ने 15 जुलाई को अंतिम सांस ली।
धीरज कुमार का निधन
Mumbai News: धीरज कुमार ने 79 वर्ष की आयु में मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली। जिनकी पहचान टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में एक बेहतरीन अभिनेता और निर्माता के तौर पर बनी। उनका निधन निमोनिया के कारण हुआ था। जो पिछले कुछ दिनों से उनकी तबियत में गिरावट का कारण बना था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, धीरज कुमार को सोमवार, 14 जुलाई को सांस लेने में कठिनाई महसूस होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया और डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा था। हालांकि, उनकी स्थिति में सुधार नहीं हो सका और वह 15 जुलाई को सुबह 11:40 बजे दुनिया को अलविदा कह गए। उनके निधन से भारतीय फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री में एक बड़ा शून्य उत्पन्न हुआ है।
धीरज कुमार की मौत का कारण
धीरज कुमार का निधन निमोनिया के कारण हुआ, जिससे उनकी हालत काफी गंभीर हो गई थी। पहले एक बयान में उनके परिवार और प्रोडक्शन टीम ने बताया था कि धीरज कुमार की हालत डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में थी और वह सभी की दुआओं के लिए आभारी थे। लेकिन उनकी तबियत ने अंततः उन्हें हमसे छीन लिया। उनके निधन के बाद, उनके प्रशंसकों, दोस्तों और सहकर्मियों ने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं जताईं।
धीरज कुमार का अभिनय करियर
धीरज कुमार ने अपने करियर की शुरुआत मॉडल के तौर पर की थी और राजेश खन्ना को फिल्मफेयर टैलेंट हंट कॉम्पिटिशन में कड़ी टक्कर दी थी। इस प्रतियोगिता में राजेश खन्ना पहले, सुभाष घई दूसरे और धीरज कुमार तीसरे स्थान पर रहे थे। हालांकि, उनकी मेहनत और कड़ी प्रतिस्पर्धा ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम बना दिया। उन्होंने 1970 से 1985 के बीच कई सुपरहिट फिल्में की थीं, जिनमें 'हीरा पन्ना', 'शिरडी के साईं बाबा', 'सरगम', 'मांग भरो सजना', 'क्रांति', 'पुराना मंदिर', 'कर्म युद्ध' और 'बेपनाह' शामिल थीं। उनकी फिल्मों में उम्दा अभिनय और दर्शकों से जुड़ाव ने उन्हें एक सशक्त अभिनेता के रूप में स्थापित किया।
निर्माता के तौर पर योगदान
अभिनय में सफलता के बाद, धीरज कुमार ने प्रोडक्शन हाउस 'क्रिएटिव आई' की स्थापना की और टीवी जगत में प्रोड्यूसर और डायरेक्टर के तौर पर भी कदम रखा। उन्होंने टीवी शो जैसे 'ओम नमः शिवाय', 'श्री गणेश', 'मन में है विश्वास', 'ये प्यार न होगा कम', 'तुझ संग प्रीत लगाई सजना', 'नादानियां' और 'इश्क सुबहान अल्लाह' को प्रोड्यूस किया, जो सभी शो दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय हुए। धीरज कुमार का योगदान भारतीय टेलीविजन के विकास में अहम था। उनके प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले आने वाले शो ने भारतीय टीवी उद्योग को नई दिशा और नवीनता दी थी।
धीरज कुमार की विरासत
धीरज कुमार न केवल एक अभिनेता और निर्माता थे, बल्कि उनके भीतर कला और संस्कृति के प्रति एक गहरी समझ थी। उन्होंने अपनी फिल्मों और टीवी शोज़ के जरिए भारतीय समाज और संस्कृति को नई पहचान दी। उनकी फिल्में और टीवी शो हमेशा दर्शकों के दिलों में जीवित रहेंगे। उनकी बेहद सरल और सजीव अभिनय शैली ने उन्हें एक आइकॉन बना दिया। उनके अभिनय और प्रोडक्शन में जो जोश और उत्साह था, वह हमेशा याद किया जाएगा।
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