

71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा ने इस बार सबको हैरानी में डाल दिया है! कुछ उम्मीदें टिकी थीं, कुछ नामों की चर्चा थी, लेकिन जब विजेताओं के नाम सामने आए, तो हर कोई दंग रह गया। आप भी पढ़ें पूरी सूची
बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान (सोर्स इंटरनेट)
New Delhi: 2023 की फिल्मों के लिए आयोजित 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है, और इस बार बॉलीवुड की कई चर्चित फिल्मों और कलाकारों ने बाज़ी मारी है। यह पुरस्कार न केवल सिनेमा के तकनीकी और रचनात्मक पक्ष की पहचान करते हैं, बल्कि समाज को झकझोर देने वाले विषयों पर बनी फिल्मों को भी सम्मानित करते हैं।
नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई फिल्म ‘कटहल’ को बेस्ट फीचर हिंदी फिल्म का अवॉर्ड मिला। सान्या मल्होत्रा, विजय राज, राजपाल यादव और अनंत वी जोशी जैसे दमदार कलाकारों वाली यह फिल्म एक असामान्य लेकिन सामाजिक व्यंग्यात्मक कहानी पर आधारित है।
वास्तविक जीवन पर आधारित, ‘12वीं फेल’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला। फिल्म में विक्रांत मैसी ने संघर्षशील युवक और भविष्य के IPS अधिकारी मनोज कुमार शर्मा की भूमिका निभाकर दर्शकों के दिल जीत लिए।
Important move from Bombay High Court: Chief Justice Alok Aradhe notifies Kolhapur as an additional venue for High Court sittings starting 18 August 2025.
Judges and Division Benches will now also hold court in Kolhapur. #BombayHighCourt #Judiciary— Dynamite News (@DynamiteNews_) August 1, 2025
इस बार बेस्ट एक्टर का खिताब साझा रहा। शाहरुख खान ने ‘जवान’ में डबल रोल निभाते हुए एक सैनिक और बदला लेने वाले पिता के किरदार को जीवंत कर दिया। विक्रांत मैसी ने ‘12वीं फेल’ में मेहनत और आत्मबल से भरे किरदार को गहराई से प्रस्तुत किया।
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2023 के गैर-फीचर फिल्मों (Non-Feature Films) के विजेताओं की एक चार्ट (तालिका)
क्र.सं. | पुरस्कार श्रेणी | फिल्म का नाम (भाषा) | पुरस्कार विजेता | पुरस्कार का प्रकार | नकद राशि |
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1 | सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म | फ्लावरिंग मैन (हिंदी) | निर्माता: फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, निर्देशक: सौम्यजीत घोष दस्तिदार | स्वर्ण कमल | ₹3,00,000/- (प्रत्येक) |
2 | प्रथम निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ फिल्म | माउ: द स्पिरिट ड्रीम्स ऑफ चेऱाव (मिजो) | निर्देशक: शिल्पिका बोरदोलोई | स्वर्ण कमल | ₹3,00,000/- |
3 | सर्वश्रेष्ठ जीवनी/ऐतिहासिक पुनर्निर्माण फिल्म | मो बाउ, मो गान (ओड़िया) | निर्माता: किक्सी विक्सी फिल्म्स, आरएनवी 1820 फिल्म्स; निर्देशक: सुभाष साहू | रजत कमल | ₹3,00,000/- |
4 | — | लेंतिना आओ - ए लाइट ऑन द ईस्टर्न होराइजन (अंग्रेजी) | निर्माता: NFDC; निर्देशक: संजीब पराशर | रजत कमल (साझा) | ₹2,00,000/- |
5 | सर्वश्रेष्ठ कला/संस्कृति फिल्म | टाइमलेस तमिलनाडु (अंग्रेजी) | निर्माता: सेलेब्रिटीज मैनेजमेंट; निर्देशक: कामाख्या नारायण सिंह | रजत कमल | ₹2,00,000/- (प्रत्येक) |
6 | सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री | गॉड वल्चर एंड ह्यूमन (अंग्रेज़ी, हिंदी, तेलुगु) | निर्माता: स्टूडियो लीची; निर्देशक: ऋषिराज अग्रवाल | रजत कमल | ₹2,00,000/- (प्रत्येक) |
7 | सामाजिक एवं पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म | द साइलेंट एपिडेमिक (हिंदी) | निर्माता: सिनेमा4गुड; निर्देशक: अक्षत गुप्ता | रजत कमल | ₹2,00,000/- (प्रत्येक) |
8 | सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म (30 मिनट तक) | गिद्ध: द स्कैवेंजर (हिंदी) | निर्माता: एलनार फिल्म्स; निर्देशक: मनीष सैनी | रजत कमल | ₹2,00,000/- (प्रत्येक) |
9 | सर्वश्रेष्ठ निर्देशन | द फर्स्ट फिल्म (हिंदी) | निर्देशक: पीयूष ठाकुर | स्वर्ण कमल | ₹3,00,000/- |
10 | सर्वश्रेष्ठ छायांकन | लिटिल विंग्स (तमिल) | छायाकार: सरवनामारुथु साउंडरपांडी एवं मीनाक्षी सोमन | रजत कमल (साझा) | ₹2,00,000/- |
11 | सर्वश्रेष्ठ ध्वनि डिजाइन | धुंधगिरि के फूल (हिंदी) | ध्वनि डिज़ाइनर: शुभरुण सेनगुप्ता | रजत कमल | ₹2,00,000/- |
12 | सर्वश्रेष्ठ संपादन | मूविंग फोकस (अंग्रेज़ी) | संपादक: नीलाद्री रॉय | रजत कमल | ₹2,00,000/- |
13 | सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन | द फर्स्ट फिल्म (हिंदी) | संगीतकार: प्रणिल देसाई | रजत कमल | ₹2,00,000/- |
14 | सर्वश्रेष्ठ कथावाचन / वॉयस ओवर | द सेक्रेड जैक – एक्सप्लोरिंग द ट्री ऑफ विशेस (अंग्रेज़ी) | कथावाचक: हरिकृष्णन एस | रजत कमल | ₹2,00,000/- |
15 | सर्वश्रेष्ठ पटकथा | सनफ्लावर्स वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो... | पटकथा लेखक: चिदानंद नाइक | रजत कमल | ₹2,00,000/- |
16 | विशेष उल्लेख | नेकल - क्रॉनिकल ऑफ द पैडी मैन (कन्नड़) द सी एंड सेवन विलेजेज (ओड़िया) | निर्देशक: एम.के. रामदास निर्माता: कदंबिनी मीडिया; निर्देशक: हिमांशु शेखर खतुआ | प्रमाण पत्र (प्रत्येक) | — |
रानी मुखर्जी ने ‘मिसेज़ चटर्जी वर्सस नॉर्वे’ में एक मां की भावनाओं और उसके संघर्ष को बड़े पर्दे पर बखूबी उतारा। यह फिल्म नॉर्वे में बच्चों की कस्टडी को लेकर लड़ी गई असली कानूनी लड़ाई पर आधारित है, जिसने दुनियाभर में दर्शकों को भावुक किया।
बेस्ट सिनेमेटोग्राफी: द केरला फाइल्स
बेस्ट कोरियोग्राफर: वैभवी मर्चेंट (ढिंढोरा बाजे रे – रॉकी और रानी की प्रेम कहानी)
स्पेशल मेंशन: एनिमल
बेस्ट तेलुगु फिल्म: बगवंत केसरी
बेस्ट नॉन फीचर फिल्म: द साइलेंट एपिडेमिक
बेस्ट फिल्म स्क्रिप्ट: सनफ्लावर वर द फर्स्ट वन्स टू नो
बेस्ट फिल्म क्रिटिक्स: उतपल दत्ता
इस साल का पुरस्कार समारोह दिखाता है कि कंटेंट, परफॉर्मेंस और सामाजिक सरोकारों वाली फिल्मों का जमाना लौट रहा है।